जेल में बंद anti-Kremlin Navalny ने कहा:उम्रकैद हो सकती है

Kremlin Navalny
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नवलनी ने सुनवाई के दौरान जेल से वीडियो लिंक से कहा कि चरपपंथ के आरोप उन्हें 30 सालों के लिए जेल में पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक जांचकर्ता ने उन्हें बताया है कि उन्हें आतंकवाद के आरोपों पर अलग से सैन्य अदालत की सुनवाई का सामना करना पड़ेगा और उन्हें उम्रकैद हो सकती है।

रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी ने कहा है कि वह चरमपंथ और आतंकवाद के नए आरोपों से जूझ रहे है जिसमें उन्हें उम्रकैद हो सकती है क्योंकि प्रशासन ने उनके खिलाफ नयी सुनवाई की तैयारी कर ली है। नवलनी ने सुनवाई के दौरान जेल से वीडियो लिंक से कहा कि चरपपंथ के आरोप उन्हें 30 सालों के लिए जेल में पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक जांचकर्ता ने उन्हें बताया है कि उन्हें आतंकवाद के आरोपों पर अलग से सैन्य अदालत की सुनवाई का सामना करना पड़ेगा और उन्हें उम्रकैद हो सकती है। उनके शीर्ष सहयोगी ने कहा कि जांचकर्ता नवलनी के विरूद्ध आतंकवाद के आरोपों को एक बम हमले से जोड़ने का प्रयत्न कर रहे हैं।

इस माह के प्रारंभ में इस बम हमले में एक जाना-माना रूसी सैन्य ब्लॉगर मारा गया था। सरकारी भ्रष्टाचार उजागर कर चुके तथा क्रेमलिन विरोधी विशाल प्रदर्शन कर चुके नवलनी (46) को जर्मनी से यहां लौटने पर जनवरी 2021 में गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें एक प्रकार का जहर दिया गया था और उसी के उपचार के सिलसिले में वह जर्मनी मे थे। आरोप है कि जहर देने के पीछे क्रेमलिन का हाथ था। शुरू में नवलनी को पेरौल का उल्लंघन करने को लेकर ढाई साल की कैद की सजा सुनायी गयी थी।

पिछले साल उन्हें जालसाजी एवं अदालत की अवमानना को लेकर नौ साल की कैद की सजा सुनायी गयी थी। वह फिलहाल मास्को के पूर्व में करीब 250 किलोमीटर दूर एक कड़ी सुरक्षा वाले कारागार में हैं। नवलनी के विरूद्ध नये आरोपों का संबंध उनके भ्रष्टाचार निरोधक फाउंडेशन की गतिविधियों एवं उनके शीर्ष सहायकों के बयानों से है। उनके सहयोगी लियोनिड वोल्वकोव ने कहा कि 2011 में स्थापित किये गये नवलनी के फाउंडेशन की गतिविधियों को पिछली तारीखों में अपराध की श्रेणी में रखा गया है और उसमें 35 साल तक की सजा हो सकती है। नवलनी के सहयोगी इवान झाडनोव ने बुधवार को कहा कि जांचकर्ता आरोपों को बम हमले से जोड़ने के लिए उन पर पुनर्विचार कर रहे हैं। इस माह के प्रारंभ में सेंट पीटर्सबर्ग में इस बम हमले में रूसी ब्लॉगर व्लादलिन तातारस्काई मारा गया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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