PLA को अमेरिकी के टक्कर की आधुनिक फौज बनाने में जुटे जिनपिंग, कॉम्बैट यूनिट में 3 लाख अतिरिक्त सैनिक होंगे शामिल

Jinping
अभिनय आकाश । Dec 2 2021 7:56PM

चीन में इसको लेकर एक किताब भी प्रकाशित हुई है जिसमें इस किताब के लेखक रॉन्ग शिन का कहना है कि ये बदलाव राष्ट्रपति शी जिनपिंग के उन सुधारों का हिस्सा है जिनके अंतर्गत पीएलए में तीन लाख कर्मियों की कटौती की गई है।

चीन की सेना पीएलए यानी पीपुल्स लिबरेशन ऑफ आर्मी ने अपने फ्रंट लाइन के सैनिकों की संख्या में इजाफा किया है। चीन के लाल सुल्तान की मंशा है कि आने वाले समय में युद्ध में मिलने वाली चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए पीएलए सैनिक मजबूत स्थिति में रहे। जिनपिंग की सेना की ये कवायद पिछले एक सालों से चल रही नीति का हिस्सा है जिसके तहत पूरे पीएलए को बेहतर ढंग से व्यवस्थित किया जा रहा है। चीन में इसको लेकर एक किताब भी प्रकाशित हुई है जिसमें इस किताब के लेखक रॉन्ग शिन का कहना है कि ये बदलाव राष्ट्रपति शी जिनपिंग के उन सुधारों का हिस्सा है जिनके अंतर्गत पीएलए में तीन लाख कर्मियों की कटौती की गई है। 

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चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सशस्त्र बलों के तेजी से आधुनिकीकरण का समर्थन करने और भविष्य के युद्ध जीतने के लिए नई प्रतिभाओं की भर्ती करने की आवश्यकता पर बल दिया है। शी ने आयोजित सैन्य प्रतिभा-संबंधित कार्यों पर एक सम्मेलन में कहा कि चीनी सशस्त्र बलों के उच्च-गुणवत्ता वाले विकास को आगे बढ़ाने, सैन्य प्रतियोगिता में जीत हासिल करने और भविष्य के युद्धों में अपर हैंड हासिल करने की कुंजी है। सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के महासचिव होने के अलावा, शी केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के प्रमुख हैं। शी जिनपिंग ने कहा कि लड़ने और जीतने की क्षमताओं को मजबूत करना सैन्य प्रतिभा की खेती का प्रारंभिक बिंदु और अंतिम लक्ष्य होना चाहिए। जिनपिंग ने कि सैन्य कर्मियों की वैज्ञानिक साक्षरता और तकनीकी जानकारी को बेहतर बनाने के लिए आधुनिक युद्ध जीतने की उनकी क्षमता में सुधार करने के लिए महान प्रयास" का आह्वान किया।

3 लाख कर्मियों की कटौती

1950 के दशक में कोरियन युद्ध के दौरान पीएलए में लगभग 60 लाख कर्मी हुआ करते थे। लेकिन ताजा कटौती के बाद पीएलए के सैनिकों की संख्या लगभग 20 लाख रह गई है। इसके परिणाम स्वरूप पीएलए अब फौज को इस प्रकार से व्यवस्थित कर रही है कि चीनी सेना में काम करने वाले सैनिकों का सबसे बेहतर लाभ पीएलए को मिल सके।  

अमेरिका के बराबर की सेना बनाने का लक्ष्य 

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पीएलए हवाई टुकड़ी इकाइयों को डिवीजन-स्तर से ब्रिगेड में अपग्रेड किया गया था, जबकि जे -20, जे -16 एस, जे -10 सी जैसे अधिक नई पीढ़ी के लड़ाकू जेट का समर्थन करने के लिए पायलटों की संख्या भी बढ़ाई गई। रॉन्ग शिन का कहना है कि  शी जिनपिंग का लक्ष्य 2027 तक पीएलए को एक आधुनिक लड़ाकू बल, पीएलए की शताब्दी और 2050 तक संयुक्त राज्य अमेरिका के बराबर एक विश्व स्तरीय सेना में बदलना है। 

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