Lula da Silva का लक्ष्य ब्राजीलियाई लोकतंत्र को बहाल करना

Lula da Silva
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विश्वसनीयता बहाल करने का तरीका विदेश नीति और रणनीतिक साझेदारों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों तथा एनजीओ (गैर सरकारी संगठनों) के साथ संवाद तथा रिश्ते बहाल करना है। इसके साथ ही, लूला पर्यावरण, मानवाधिकार और गरीबी उन्मूलन जैसे विषयों पर जोर दे सकते हैं। लूला पूर्व प्रशासन तथा अपने ही सहयोगियों से मिली चुनौतियों का सामना करते रहेंगे।

साओ पाउलो। ब्राजील के बेलेम शहर में नौ अगस्त को संपन्न हुआ एमेजन शिखर सम्मेलन का समय राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा के लिए उपयुक्त साबित हुआ। इस शिखर सम्मेलन ने लूला को अपने देश की पर्यावरणीय और अंतरराष्ट्रीय साख बहाल करने का मौका दिया है। उन्होंने अपने पूर्ववर्ती जायर बोलसोनारो के कार्यकाल को इस लिहाज से चार ‘‘विनाशकारी’’ वर्ष बताया था। शिखर सम्मेलन के अंत में आठ दक्षिण अमेरिकी देशों - बोलिविया, ब्राजील, कोलंबिया, इक्वाडोर, गुयाना, पेरू, सुरीनाम और वेनेजुएला ने सतत विकास को बढ़ावा देने, वनों की कटाई को खत्म करने तथा वनों की कटाई के लिए जिम्मेदार संगठित अपराध से निपटने के लिए एक विस्तृत रूपरेखा पेश करते हुए एक संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए।

बहरहाल, शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले लोग पर्यावरणविदों और आदिवासी समूहों की प्रमुख मांगों पर सहमत नहीं हुए जिसमें ब्राजील द्वारा अवैध रूप से वनों की कटाई को 2030 तक खत्म करने का संकल्प लेने और कोलंबिया द्वारा नए तेल अन्वेषण को रोकने का संकल्प लेने की मांग शामिल है। ‘बर्टल्समैन स्टिफटंग्स ट्रांसफोर्मेशन इंडेक्स’ की 2022 में आयी एक रिपोर्ट के अनुसार, बोलसोनारो ने ‘‘लगातार’’ यह दिखाया कि वह अपनी कथनी और करनी दोनों से लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा करते हैं। बोलसोनारो ने अहम पदों पर अपने सहयोगियों को तैनात कर और बजट में कटौती कर मानवाधिकारों तथा पर्यावरण की रक्षा करने वाले संस्थानों पर लगाम कसी।

ब्राजील की सबसे महत्वपूर्ण पर्यावरणीय एजेंसी ‘ब्राजील इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायरमेंट एंड रीन्यूएबल नैचुरल रिसोर्सेज’ के बजट में भी कटौती गयी जिससे उसके पर्यावरण की रक्षा संबंधी कामों पर असर पड़ा जैसे कि अवैध रूप से वनों की कटाई तथा आदिवासी जमीनों पर अवैध खनन पर नजर रखना। बोलसोनारो की आव्रजन नीति से प्राधिकारियों को विदेशियों को देश से तेजी से हटाने का मौका मिल गया। उन्होंने कोविड-19 की गंभीरता और जन स्वास्थ्य संबंधी उपायों तथा टीकों की प्रभाविता भी खारिज की। इसके परिणामस्वरूप ब्राजील में कोविड-19 संक्रमण और मौत की दर ज्यादा रही। इसके बाद बोलसोनारो 2022 का चुनाव लूला से हार गए। लूला ने अपने प्रचार अभियान में लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने तथा उसके संस्थानों को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। लूला को मिले जनादेश का केंद्र इन संस्थानों की शक्तियां बहाल करना था। अगर बजट में कटौती और राजनीतिक हस्तक्षेप करना आसान है तो चीजों को पहले जैसा करना उतना ही मुश्किल है।

विश्वसनीयता बहाल करने का तरीका विदेश नीति और रणनीतिक साझेदारों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों तथा एनजीओ (गैर सरकारी संगठनों) के साथ संवाद तथा रिश्ते बहाल करना है। इसके साथ ही, लूला पर्यावरण, मानवाधिकार और गरीबी उन्मूलन जैसे विषयों पर जोर दे सकते हैं। लूला पूर्व प्रशासन तथा अपने ही सहयोगियों से मिली चुनौतियों का सामना करते रहेंगे। उन्हें अपनी वर्कर्स पार्टी के कट्टरपंथियों पर काबू करना होगा जो कभी-कभी घरेलू राजनीति में अलोकतांत्रिक समाधान तलाशते नजर आते हैं जैसे कि प्रेस और मीडिया पर नियंत्रण। सैन्य शासन खत्म होने के कई वर्षों बाद भी ब्राजील का लोकतंत्र अभी निर्माण के स्तर से गुजर रहा है और कोई भी चूक जन स्वतंत्रता तथा सामाजिक एवं पर्यावरणीय अधिकारों को खतरनाक झटका दे सकती है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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