अमेरिका में बंदूक कानून को मंजूरी दिलाने में दोनों राजनीतिक दलों की भूमिका के क्या हैं मायने

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द कन्वरसेशन ने इसके प्रावधानों को देखते हुए कई लेख प्रकाशित किए और पता लगाने की कोशिश की कि इस विधेयक के जरिए अमेरिका में बंदूक हिंसा की घटनाओं को रोकने में कितनी मदद मिलेगी तथा यह कानून बनने के बाद कितना प्रभावी होगा।

(हॉवर्ड मैनली, रेस एंड इक्विटी एडिटर, द कन्वरसेशन, अमेरिका) वाशिंगटन|  (द कन्वरसेशन) अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने 25 जून 2022 को एक ऐसे द्विदलीय विधेयक पर हस्ताक्षर किए, जो लगभग तीन दशकों में संघीय बंदूक कानून में पहला महत्वपूर्ण बदलाव है।

बाइडन ने पिछले कुछ दशकों के सर्वाधिक महत्वपूर्ण माने जा रहे बंदूक हिंसा रोधी विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए। इस विधेयक को डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन दोनों राजनीतिक दलों का समर्थन मिला है। इस कानून को द्विदलीय सुरक्षित समुदाय अधिनियम के नाम से जाना जाएगा।

इस कानून का मसौदा बफ़ेलो, न्यूयॉर्क और उवाल्डे, टेक्सास में हाल में हुई गोलीबारी की घटनाओं के परिणामस्वरूप तैयार किया गया है। इसे आमतौर पर धीमी गति से काम करने वाली अमेरिकी कांग्रेस के माध्यम से लागू किया जाएगा।

हालांकि इस विधेयक के सीमित दायरे ने कई लोगों को निराश किया है, लेकिन यह कई प्रमुख क्षेत्रों में लोगों के बंदूक रखने पर नियंत्रण लगाने की दिशा में सहायक होगा।

बृहस्पतिवार को इस विधेयक को अमेरिकी संसद के उच्च सदन सीनेट से और शुक्रवार को निचले सदन प्रतिनिधि सभा से मंजूरी मिल गई थी। अब बाइडन के हस्ताक्षर करने के साथ ही यह विधेयक एक कानून बन गया है। गौरतलब है कि टेक्सास में एक प्राथमिक विद्यालय में एक बंदूकधारी द्वारा 19 छात्रों और दो शिक्षकों की हत्या किए जाने की घटना के बाद देश में हथियार खरीदने संबंधी एक कड़े कानून के लिए सरकार पर दबाव था।

स्कूल की घटना सहित हाल में हुईं गोलीबारी की सिलसिलेवार घटनाओं से पहले इस तरह के किसी विधेयक को अकल्पनीय माना जा रहा था।

द कन्वरसेशन ने इसके प्रावधानों को देखते हुए कई लेख प्रकाशित किए और पता लगाने की कोशिश की कि इस विधेयक के जरिए अमेरिका में बंदूक हिंसा की घटनाओं को रोकने में कितनी मदद मिलेगी तथा यह कानून बनने के बाद कितना प्रभावी होगा। इस कानून के बाद अब अमेरिका के विभिन्न प्रांत “रेड फ्लैग कानून’’ पारित कर इसके प्रावधानों को लागू कर सकेंगे।

लाग्रेंज कॉलेज में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर जॉन ए. ट्यूरेस लिखते हैं कि यह कानून पुलिस को उन लोगों से बंदूकें वापस लेने का अधिकार देता है जिन्हें खुद या दूसरों के लिए खतरा माना जाता है और फिर उनके आग्नेयास्त्र खरीदने पर रोक लगाई जाएगी।

यह निर्धारित करने के लिए कि क्या“रेड फ्लैग कानून’’ कुल मिलाकर बंदूक हिंसा में होने वाली मौतों को कम करते हैं, प्रोफेसर ट्यूरेस ने आग्नेयास्त्र के कारण होने वाली मृत्यु दर के अमेरिका के विभिन्न प्रांतों के आंकड़ों की 2018, 2019 और 2020 में तीन वर्षों तक जांच की।

प्रोफेसर ट्यूरेस ने अपने अध्ययन में पाया कि 2019 और 2020 में“रेड फ्लैग कानून’’ वाले प्रांतों में अन्य प्रांतों की तुलना में आग्नेयास्त्र के कारण होने वाली मौतों में कमी आई थी। वर्ष 2018 में दोनों समूहों के प्रांतों की मृत्यु दर में अधिक अंतर नहीं था, लेकिन “रेड फ्लैग कानून’’ वाले प्रांतों में मृत्यु दर अपेक्षाकृत कम थी। प्रोफेसर ट्यूरेस ने कहा, “2020 में, अगर कोई रेड फ्लैग कानून नहीं होता, तो मेरा अनुमान है कि 52,530 अमेरिकी लोग बंदूक हिंसा में मारे गए होते।

वास्तव में इस दौरान बंदूक के कारण होने वाली हिंसा में 45,222 लोगों की मौत हुई थी, यह दर्शाता है कि रेड फ्लैग कानूनों ने उस वर्ष 7,308 अमेरिकी लोगों की जान बचाई।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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