फिलिस्तीनी अधिकारियों ने कहा कि Israel सेना ने West Bank में नौ को मार डाला

Palestinian officials
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यह जानकारी फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी। फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार यह हिंसा जेनिन शरणार्थी शिविर में दिन के उजाले में ‘एक भयंकर अभियान’ के दौरान हुई। यह शरणार्थी शिविर वेस्ट बैंक में चरमपंथियों का एक गढ़ है और यह लगभग एक साल से इजराइल की कार्रवाई का केंद्र बना हुआ है।

इजराइली सेना द्वारा बृहस्पतिवार को कब्जे वाले वेस्ट बैंक के टकराव वाले क्षेत्र में छापेमारी के दौरान की गई गोलीबारी में 60 वर्ष की एक महिला सहित कम से कम नौ फलस्तीनी मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। यह जानकारी फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी। फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार यह हिंसा जेनिन शरणार्थी शिविर में दिन के उजाले में ‘एक भयंकर अभियान’ के दौरान हुई। यह शरणार्थी शिविर वेस्ट बैंक में चरमपंथियों का एक गढ़ है और यह लगभग एक साल से इजराइल की कार्रवाई का केंद्र बना हुआ है।

इस महीने संघर्ष तेज हो गया, साल की शुरुआत के बाद से 29 फलस्तीनी मारे गए हैं। यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो सका कि बृहस्पतिवार को मारे गए लोगों में से कितने सशस्त्र समूहों से जुड़े थे। इजराइली सेना ने कहा कि यह दिन के समय दुर्लभ अभियान संचालित कर रही थी क्योंकि खुफिया जानकारी मिली थी कि फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद से जुड़ा एक चरमपंथी समूह इजराइलियों के खिलाफ हमलों को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है। सेना ने कहा कि इस दौरान गोलीबारी शुरू हो गई जिसमें उसने चरमपंथियों को निशाना बनाया।

उसने कहा कि मृतकों में से कम से कम एक की पहचान फलस्तीनियों ने एक चरमपंथी के रूप में की। फ़लस्तीनी स्वास्थ्य मंत्री मे अल-कैला ने कहा कि पैरामेडिकल कर्मी संघर्ष के बीच घायलों तक पहुंचने के लिए संघर्षरत हैं। उन्होंने सेना पर एक अस्पताल के बाल चिकित्सा वार्ड में आंसू गैस के गोले दागने का भी आरोप लगाया, जिससे बच्चों का दम घुटने लगा। अस्पताल के वीडियो में महिलाओं को बच्चों को अस्पताल के कमरों से बाहर और गलियारे में ले जाते हुए दिखाया गया है। सेना ने कहा कि लगता है कि आंसू गैस आसपास की झड़प वाली जगह से अस्पताल में आ गई होगी।

जेनिन अस्पताल ने मारी गई महिला की पहचान माग्दा ओबैद के रूप में की है और इजराइली सेना ने कहा कि वह उसकी मौत की खबरों की पड़ताल कर रही है। फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले मृतकों में से एक की पहचान 24 वर्षीय साएब अज़रीकी के रूप में की थी, जिसे गोली लगने के बाद गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था और उसकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। फ़तह से संबद्ध एक सशस्त्र मिलिशिया समूह अल-अक्सा मार्टर्स ब्रिगेड ने मृतकों में से एक की पहचान इज़्ज़ अल-दीन सलाहात के तौर पर की जो लड़ाका था।

मंत्रालय ने कहा कि कम से कम 20 लोग घायल हुए हैं। फलस्तीनी प्राधिकरण के एक प्रवक्ता नबील अबू रुदीनेह ने हिंसा की निंदा की और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसके खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया। जेनिन के गवर्नर अकरम राजौब ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि सेना ने चिकित्सा टीमों को घायलों को वहां से निकालने से रोका। सेना ने कहा कि बलों ने अपने अभियान को सुविधाजनक बनाने के लिए सड़कों को बंद किया और हो सकता है कि उससे बचाव दल को घायलों तक पहुंचने के प्रयासों में कठिनाई हुई हो।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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