Russia के हस्तक्षेप की आशंका में पुलिस ने European संसद की तलाशी ली : अभियोजक

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फ्रांस के स्ट्रासबर्ग में संदिग्ध के कार्यालय की भी यूरोपीय संघ की न्यायिक सहयोग एजेंसी यूरोजस्ट और फ्रांसीसी न्यायिक अधिकारियों के सहयोग से तलाशी ली गई। स्ट्रासबर्ग में यूरोपीय संघ (ईयू) की संसद का मुख्यालय स्थित है। यह तलाशी छह-नौ जून को यूरोपीय संसद के चुनाव के लिए यूरोप में होने वाले मतदान से पहले हुई है।

ब्रसेल्स । बेल्जियम के संघीय अभियोजक कार्यालय ने बुधवार को कहा कि पुलिस ने रूस के संदिग्ध हस्तक्षेप को लेकर यूरोपीय संसद के एक कर्मचारी के आवास और ब्रसेल्स में संसद भवन में उसके कार्यालय की तलाशी ली। अभियोजकों ने एक बयान में कहा कि फ्रांस के स्ट्रासबर्ग में संदिग्ध के कार्यालय की भी यूरोपीय संघ की न्यायिक सहयोग एजेंसी यूरोजस्ट और फ्रांसीसी न्यायिक अधिकारियों के सहयोग से तलाशी ली गई। स्ट्रासबर्ग में यूरोपीय संघ (ईयू) की संसद का मुख्यालय स्थित है। यह तलाशी छह-नौ जून को यूरोपीय संसद के चुनाव के लिए यूरोप में होने वाले मतदान से पहले हुई है। इस जांच की घोषणा पिछले महीने बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी क्रू ने की थी। 

प्रधानमंत्री ने कहा था कि बेल्जियम की खुफिया सेवा ने एक ऐसे नेटवर्क का पता लगाया है, जो यूक्रेन के समर्थन को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। अभियोजकों ने कहा, ‘‘यह तलाशी हस्तक्षेप, भ्रष्टाचार और आपराधिक संगठन की सदस्यता के मामले का हिस्सा है और रूसी हस्तक्षेप के संकेतों से संबंधित है, जिसके तहत यूरोपीय संसद के सदस्यों से संपर्क किया गया और ‘वॉयस ऑफ यूरोप’ समाचार वेबसाइट के माध्यम से रूसी हित वाले प्रचार को बढ़ावा देने के लिए उन्हें भुगतान किया गया।’’ अभियोजकों ने कहा कि उनका मानना ​​है कि कर्मचारी ने ‘‘इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’’ 

नीदरलैंड के कई मीडिया संस्थानों ने संदिग्ध की पहचान देश की दक्षिणपंथी पार्टी ‘फोरम फॉर डेमोक्रेसी’ के यूरोपीय संघ के सांसद मार्सेल डी ग्राफ के कर्मचारी के रूप में की है। जांच से अवगत एक अधिकारी ने खबरों को सही बताया है। यूरोपीय संसद स्थित डी ग्राफ के कार्यालय से प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। यूरोपीय संघ ने इस महीने ‘वॉयस ऑफ यूरोप’ और तीन अन्य रूसी मीडिया संस्थानों को समूह के 27 देशों में प्रसारण से प्रतिबंधित कर दिया। यूरोपीय संघ ने कहा कि इन सभी मीडिया संस्थानों पर रूस की सरकार का नियंत्रण है और वे खासकर चुनाव के समय ‘‘यूरोपीय राजनीतिक दलों को निशाना बना रहे थे।’’ 

फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से, यूरोपीय संघ ‘रूस टुडे’ और ‘स्पूतनिक’ समेत कई मीडिया संस्थानों को निलंबित कर चुका है। बेल्जियम के प्रधानमंत्री ने पिछले महीने कहा था कि जांच से पता चला है कि यूरोपीय संसद के सदस्यों से संपर्क किया गया था और उन्हें रूसी हित वाले प्रचार को बढ़ावा देने के लिए धन की पेशकश की गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी खुफिया सेवा के अनुसार, रूस के उद्देश्य बहुत स्पष्ट हैं। इसका उद्देश्य यूरोपीय संसद में अधिक रूस समर्थक उम्मीदवारों को चुनने में मदद करना और उस संस्था में रूस समर्थक विमर्श को मजबूत करना है।’’ यूरोपीय संघ के देशों ने यूक्रेन को अरबों यूरो के साथ-साथ भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति की है। यूरोपीय देशों ने फरवरी 2022 में रूस के आक्रमण के बाद से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, बैंकों, कंपनियों और ऊर्जा क्षेत्र सहित शीर्ष रूसी अधिकारियों पर प्रतिबंध भी लगाए हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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