Prachanda ने भारत की अपनी आधिकारिक यात्रा को लेकर विचार विमर्श किया

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यह जानकारी उनके सहयोगियों ने दी। प्रचंड अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं के साथ बातचीत करने और सदियों पुराने, बहुमुखी और सौहार्दपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने के लिए बुधवार को चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत जाएंगे।

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्रियों, विदेश मंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात की और भारत की अपनी आगामी यात्रा से संबंधित मामलों पर चर्चा की। यह जानकारी उनके सहयोगियों ने दी। प्रचंड अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं के साथ बातचीत करने और सदियों पुराने, बहुमुखी और सौहार्दपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने के लिए बुधवार को चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत जाएंगे। दिसंबर 2022 में कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली द्विपक्षीय विदेश यात्रा होगी।

सूचना एवं संचार मंत्री रेखा शर्मा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री प्रचंड की आधिकारिक भारत यात्रा की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है। सोमवार को होने वाली मंत्रिपरिषद की बैठक में यात्रा के एजेंडे को अंतिम रूप दिया जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि विभिन्न मंत्रालय यात्रा के लिए एजेंडा तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय वार्ता के दौरान ऊर्जा सहयोग से लेकर सीमा मुद्दे तक के विषय उठेंगे।’’ उनके सहयोगियों के अनुसार, प्रधानमंत्री प्रचंड ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्रियों झालानाथ खनल, के पी शर्मा ओली, बाबूराम भट्टराई और शेर बहादुर देउबा से अलग-अलग मुलाकात की और भारत की अपनी आगामी यात्रा से संबंधित मामलों पर चर्चा की।

इसी तरह, प्रधानमंत्री ने लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष महंत ठाकुर, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के अध्यक्ष रवि लामिछाने और पूर्व विदेश मंत्रियों भेश बहादुर थापा, प्रकाश चंद्र लोहानी और बिमला राय पौडेल सहित अन्य लोगों के साथ भी विचार-विमर्श किया। सूत्रों ने बताया कि इस बीच, विशेषज्ञों ने प्रधानमंत्री को सलाह दी है कि वह ऊर्जा सहयोग, आर्थिक मुद्दों, कृषि उत्पादों सहित नेपाली सामानों के लिए भारतीय बाजार तक आसान पहुंच और व्यापार घाटे से जुड़े मुद्दों को उठाएं। प्रचंड (68) के साथ उनकी बेटी गंगा दाहाल भी होंगी। वह मंत्रियों, सचिवों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। वह एक जून को मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। वार्ता के बाद दोनों प्रधानमंत्रियों की एक संयुक्त प्रेस वार्ता होगी। भारत के लिए नेपाल इस क्षेत्र में उसके समग्र रणनीतिक हितों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है और दोनों देशों के नेता अक्सर सदियों पुराने रोटी बेटी संबंध का उल्लेख करते आए हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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