Prabhasakshi Exclusive: Russian President Putin के हाव-भाव ने साबित कर दिया है कि डर सबको लगता है
ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) श्री डीएस त्रिपाठी ने कहा कि देखा जाये तो यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की देश में पिछले साल संघर्ष शुरू होने के बाद से ही ऐसे हथियारों की मांग कर रहे थे लेकिन उनके अंतरराष्ट्रीय समर्थक लंबी दूरी के हथियार उन्हें प्रदान करने में संकोच कर रहे थे।
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) श्री डीएस त्रिपाठी जी से जानना चाहा कि विक्ट्री डे परेड में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने जो संकल्प व्यक्त किये हैं उसको देखते हुए रूस-यूक्रेन युद्ध अब क्या मोड़ ले सकता है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि यह विक्ट्री डे परेड इस बार पहले जैसी रंगत वाली नहीं थी जिससे प्रदर्शित होता है कि रूस का रुतबा कम हुआ है। जहां तक इस युद्ध के भविष्य की बात है तो यह अमेरिका और नाटो के हाथ में चला गया है क्योंकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदमीर जेलेंस्की अब सिर्फ दर्शक की भूमिका में हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बात है तो उन्होंने विक्ट्री डे का स्वरूप छोटा रख कर यह दिखा दिया है कि डर उन्हें भी लगता है। इस बीच, ब्रिटेन ने पुष्टि की कर दी है कि वह रूसी हमले के खिलाफ यूक्रेन की मदद के लिए उसे लंबी दूरी की क्रूज़ मिसाइलें भेज रहा है। ब्रिटिश रक्षा मंत्री बेन वालेस के मुताबिक, ब्रिटेन यूक्रेन को ‘स्टॉर्म शैडो’ मिसाइलें ‘दान’ दे रहा है। ‘स्टॉर्म शैडो’ में लंबी दूरी तक लक्ष्य को भेदने की क्षमता है और इसकी मारक क्षमता 250 किलोमीटर से ज्यादा है। इसे विमान से दागा जा सकता है। ब्रिटेन ने कहा कि इन मिसाइलों की आपूर्ति से यूक्रेन को अपने क्षेत्रों से रूसी सेना को पीछे धकेलने में मदद मिलेगी।
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ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) श्री डीएस त्रिपाठी ने कहा कि देखा जाये तो यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की देश में पिछले साल संघर्ष शुरू होने के बाद से ही ऐसे हथियारों की मांग कर रहे थे लेकिन उनके अंतरराष्ट्रीय समर्थक लंबी दूरी के हथियार उन्हें प्रदान करने में संकोच कर रहे थे। उन्हें लग रहा था कि इससे कटुता बढ़ सकती है। लेकिन वालेस ने कहा कि प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने यह फैसला इसलिए लिया, क्योंकि रूस जानबूझकर असैन्य अवसंरचना को निशाना बना रहा है।
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