इराकी बलों ने किरकुक के महत्वपूर्ण सैन्य एवं अन्य प्रतिष्ठानों पर कब्जा किया
![Thousands of Kurdish troops sent to Kirkuk to face Iraqi threat Thousands of Kurdish troops sent to Kirkuk to face Iraqi threat](https://images.prabhasakshi.com/2017/10/_650x_2017101620160301.jpg)
आजादी के विवादस्पद जनमत संग्रह के बाद इराकी बलों ने एक प्रमुख सैन्य अभियान में किरकुक प्रांत में कुर्द लड़ाकों से एक प्रमुख सैन्य अड्डा, एक हवाई अड्डा और एक तेल क्षेत्र आज छीन लिया।
बगदाद। आजादी के विवादस्पद जनमत संग्रह के बाद इराकी बलों ने एक प्रमुख सैन्य अभियान में किरकुक प्रांत में कुर्द लड़ाकों से एक प्रमुख सैन्य अड्डा, एक हवाई अड्डा और एक तेल क्षेत्र आज छीन लिया। ‘इस्लामिक स्टेट’ समूह के खिलाफ जंग में अमेरिका के दो सहयोगियों के बीच हफ्तों से गहरा रहे तनावों के बाद इराकी सेना ने यह कार्रवाई की। इसका लक्ष्य तेल और सैन्य क्षेत्रों को फिर से अपने नियंत्रण में लेना था जिनपर कुर्द बलों ने आईएस के खिलाफ जंग में कब्जा किया था।
एक संवाददाता के अनुसार हमले के बाद सैकड़ों लोग कुर्द नियंत्रित किरकुक शहर से भागते देखे गए। तेल से मालामाल प्रांत की राजधानी के दक्षिण में इराकी और कुर्द पेशमर्गा बलों के बीच तोपखाने से गोलाबारी की गई। अभियान की शुरूआत रात में हुई थी। इस अभियान से विश्व बाजार में तेल की कीमत में उछाल आया। शुरूआती झड़पों के बाद इराकी सेना तेजी से आगे बढ़ी जिससे यह संकेत मिला की इराकी सेना को कुर्द पेशमर्गा के मामूली या बिल्कुल ही कोई प्रतिरोध का सामना नही करना पड़ा।
इराक के ‘ज्वाइंट ऑपरेशन्स कमांड’ ने बताया कि उसके बलों ने किरकुक के उत्तर पश्चिम में स्थित सैन्य अड्डा ‘के1’, शहर के पूर्व में स्थित सैन्य हवाई अड्डाऔर बाबा गुरगुर तेल क्षेत्र पर फिर से कब्जा कर लिया है। यह अभियान 25 सितंबर को उत्तर इराक से कुर्द स्वायत्तशासी क्षेत्र को अलग करने के लिए हुए गैर बाध्यकारी जनमत संग्रह के बाद इराकी सेना और कुर्द बलों के बीच बने गतिरोध के बाद हुआ है। इस जनमत संग्रह में कुर्द क्षेत्र को आजाद करने के पक्ष में मतदान हुआ था।बगदाद ने अंतरराष्ट्रीय विरोध के बावजूद हुए आयोजित किए गए इस जनमत संग्रह को अवैध घोषित किया है।
अन्य न्यूज़