कोरोना के डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट पर कितना प्रभावी कोविड वैक्सीन?
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार,22 जून तक GISAID पर अपलोड किए गए डेल्टा-प्लस के 161 जीनोम में से आठ भारत के हैं।वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख टेद्रोस अदहानम गेब्रेयेसस ने आगाह किया कि कम से कम 85 देशों में पाया गया कोविड-19 का डेल्टा स्वरूप अभी तक सामने आए सभी स्वरूपों में सबसे अधिक संक्रामक है।
यूके पब्लिक हेल्थ बॉडी की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि, भारत में उपलब्ध टीके तेजी से फैल रहे डेल्टा प्लस कोविड के खिलाफ काम करते पाए गए हैं। वहीं डेल्टा स्वरूप (बी.1.617.2) ने पहले ही भारत में उपलब्ध कोविड वैक्सीन कोविशील्ड सहित टीकों पर काम कर रहा है लेकिन अब हेल्थ एक्सपर्ट अब डेल्टा-प्लस (बी.1.617.2.1) या एवाई.1 को लेकर काफी चिंता में आ गए है। बता दें कि कोरोना के यह स्वरूप मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल पर कारगर साबित नहीं हो पा रहा है।
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पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 22 जून तक GISAID पर अपलोड किए गए डेल्टा-प्लस के 161 जीनोम में से आठ भारत के हैं। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) प्रमुख टेद्रोस अदहानम गेब्रेयेसस ने आगाह किया कि कम से कम 85 देशों में पाया गया कोविड-19 का डेल्टा स्वरूप अभी तक सामने आए सभी स्वरूपों में ‘‘सबसे अधिक संक्रामक’’ है और यह उन लोगों में तेजी से फैल रहा है जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है। डब्ल्यूएचओ महानिदेशक ने कहा कि कोविड-19 के नए स्वरूपों के आने की आशंका है और ये आते रहेंगे। उन्होंने कहा कि, विषाणु ऐसा ही करते हैं, वे पैदा होते रहते हैं लेकिन हम संक्रमण को फैलने से रोककर स्वरूपों को आने से रोक सकते हैं।’’
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डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 की टेक्निकल लीड डॉ. मारिया वान कर्खोव ने कहा कि डेल्टा स्वरूप एक ‘‘खतरनाक’’ वायरस है और अल्फा स्वरूप के मुकाबले अधिक संक्रामक है जो यूरोप तथा अन्य देश में खुद बहुत संक्रामक था। उन्होंने कहा कि कई यूरोपीय देशों में संक्रमण के मामलों में गिरावट आ रही है लेकिन बड़े पैमाने पर खेल या धार्मिक कार्यक्रम समेत अन्य कार्यक्रम भी हो रहे हैं।
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