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विमान दुर्घटना की जांच में सहयोग के लिये अमेरिका का एनटीएसबी दल इंडोनेशिया पहुंचा
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 16, 2021 17:33
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इंडोनेशिया में हुई श्रीविजय एयर बोइंग 737-500 विमान दुर्घटना की जांच में सहयोग के लिये अमेरिका के राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (एनटीएसबी) की एक टीम राजधानी जकार्ता पहुंच गई है।
जकार्ता। इंडोनेशिया में हुई श्रीविजय एयर बोइंग 737-500 विमान दुर्घटना की जांच में सहयोग के लिये अमेरिका के राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (एनटीएसबी) की एक टीम राजधानी जकार्ता पहुंच गई है। इंडोनेशिया की राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा समिति के प्रमुख ने शनिवार को यह जानकारी दी। इस टीम में अमेरिका के संघीय विमानन प्रशासन, बोइंग तथा जनरल इलैक्ट्रिक के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
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वे जकार्ता के तानजुंग प्रियोग बंदरगाह के खोज एवं बचाव कमान केन्द्र पर सिंगापुर के परिवहन सुरक्षा जांच ब्यूरो के कर्मियों के साथ विमान केमलबे की तलाश में जुटेंगे। नौ जनवरी को भारी बारिश के दौरान जकार्ता से उड़ान भरने वाले विमान का कुछ ही मिनट बाद यातायात नियंत्रकों से संपर्क टूट गया था। विमान जावा समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार सभी 62 लोगों की मौत हो गई।
Indonesian divers believe they are close to finding the cockpit voice recorder of a Sriwijaya Air jet that plunged into the sea shortly after takeoff with 62 people onboard. Earlier divers retrieved the plane's flight data recorder https://t.co/MZlXPLYbmT pic.twitter.com/x49SAKyKoc
— Reuters (@Reuters) January 13, 2021
भारत की इज़राइल और फलस्तीन को नसीहत, कहा- किसी भी एकतरफा कार्रवाई से बचना चाहिए
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- फरवरी 28, 2021 14:56
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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत के. नागराज नायडू ने कहा कि नई दिल्ली फलस्तीन के लिए और एक संप्रभु और स्वतंत्र फलस्तीन राष्ट्र की स्थापना के प्रति अपना समर्थन दोहराता है जो शांति और सुरक्षा के साथ इज़राइल के साथ रहे।
संयुक्त राष्ट्र। भारत ने कहा है कि इज़राइल-फलस्तीन मुद्दे का हल दोनों राष्ट्र मिलकर खुद ही कर सकते हैं और दोनों पक्षों को सीधी बातचीत के जरिए मुद्दे का समाधान करना चाहिए और इन मुद्दों को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी एकतरफा कार्रवाई से बचना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत के. नागराज नायडू ने पश्चिम एशिया में स्थिति, जिसमें फलस्तीन का सवाल भी शामिल है पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि नई दिल्ली फलस्तीन के लिए और एक संप्रभु और स्वतंत्र फलस्तीन राष्ट्र की स्थापना के प्रति अपना समर्थन दोहराता है जो शांति और सुरक्षा के साथ इज़राइल के साथ रहे।
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उन्होंने कहा, “ हमारा दृढ़ता से मानना है कि सिर्फ ‘दो राष्ट्र समाधान’ से ही स्थायी शांति होगी जो इज़राइल और फलस्तीन के लोग चाहते हैं और उसके हकदार हैं। इसे अंतिम स्थिति के मुद्दों पर दोनों पक्षों के बीच सीधी बातचीत के जरिए हासिल किया जाना चाहिए। इन अंतिम मुद्दों को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी एकतरफा कार्रवाई से बचना चाहिए।“ नायडू ने रुकी हुई शांति वार्ता को पुनर्जीवित करने के लिए हालिया कूटनीतिक प्रयासों को उत्साहजनक करार दिया और कहा कि क्वॉर्टेट (पश्चिम एशिया में शांति स्थापना के लिए लगी चार प्रमुख शक्तियां) के विशेष राजदूत की बैठकें समय पर हुई हैं। भारत ने क्वॉर्टेट से इज़राइल और फलस्तीनी नेतृत्व के साथ बातचीत शुरु करने को कहा है।
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नायडू ने कहा, “भारत उन सभी प्रयासों का स्वागत करता है, जिसका उद्देश्य अंतररष्ट्रीय समुदाय की सामूहिक प्रतिबद्धता को मजबूत करना है ताकि सीधी बातचीत फिर से शुरू हो और शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।’’ पश्चिम एशिया में शांति के लिए विशेष समन्वयक और महासचिव के निजी प्रतिनिधि टूर वेन्नेसलैंड ने परिषद की बैठक में कहा कि वैश्विक समुदाय की तवज्जो पक्षों को बातचीत की मेज पर वापस लाने में मदद करने की है। इस महीने के शुरू में अरब राष्ट्रों की लीग ने 1967 की सीमा पर आधारित स्वतंत्र और संप्रभु फलस्तीनी राष्ट्र की स्थापना को लेकर अपना समर्थन दोहराया था जिसकी राजधानी पूर्वी यरुशलम बनाए जाने का पक्ष लिया था।
चीन के जिलिंग प्रांत में रसायन फाइबर संयंत्र में गैस रिसाव से पांच की मौत, आठ लोग बीमार हुए
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- फरवरी 28, 2021 12:39
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सरकारी समाचार समिति शिन्हुआ ने अपनी एक खबर में स्थानीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि यह घटना जिलिंग शहर में शनिवार देर रात हुई।
बीजिंग। चीन के पूर्वोत्तर जिलिंग प्रांत में रसायन फाइबर संयंत्र में विषैली गैस का रिसाव होने से पांच लोगों की मौत हो गई और कम से कम आठ लोग बीमार हो गए। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
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सरकारी समाचार समिति शिन्हुआ ने अपनी एक खबर में स्थानीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि यह घटना जिलिंग शहर में शनिवार देर रात हुई। अस्पताल में भर्ती लोगों की हालत स्थिर है।
अमेरिका ने जॉनसन एंड जॉनसन के कोरोना टीके को दी मंजूरी, एक ही डोज है काफी !
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- फरवरी 28, 2021 12:05
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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसे कोविड-19 संकट को समाप्त करने वाला एक और कदम बताया और कहा कि यह सभी अमेरिकी नागरिकों के लिए उत्साहजनक खबर है।
वॉशिंगटन। अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने जॉनसन एंड जॉनसन के कोरोना वायरस रोधी टीके के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। यह तीसरा टीका है जिसे अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसे कोविड-19 संकट को समाप्त करने वाला एक और कदम बताया और कहा कि यह सभी अमेरिकी नागरिकों के लिए उत्साहजनक खबर है। जॉनसन एंड जॉनसन के टीके की दो खुराक के बजाए केवल एक खुराक की आवश्यकता होती है। इस कंपनी के टीकों को शनिवार को मंजूरी दी गई।
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अमेरिका में इससे पहले फाइजर और मोडर्ना के टीकों को पिछले साल दिसंबर में मंजूरी दी गई थी। फाइजर और मोडर्ना की दो सप्ताह में दो खुराक लगाए जाने की आवश्यकता होती है। एफडीए की कार्यकारी आयुक्त जैनेट वुडकॉक ने कहा, ‘‘इस (जॉनसन एंड जॉनसन के) टीके को मंजूरी दिए जाने से टीकों की उपलब्धता में विस्तार होता है। कोरोना वायरस रोधी टीकों का इस्तेमाल कोविड-19 को रोकने के लिए सर्वश्रेष्ठ चिकित्सकीय तरीका है, जिसने अमेरिका में पांच लाख से अधिक लोगों की जान ले ली है।’’
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एफडीए ने बताया कि उपलब्ध आंकड़े इस बात का स्पष्ट संकेत हैं कि जॉनसन एंड जॉनसन का कोविड-19 टीका संक्रमण को रोकने में प्रभावी हो सकता है। राष्ट्रपति बाइडन ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि जितने अधिक लोगों को टीका लगाया जाएगा, उतनी तेजी से हम इस वायरस से निपट पाएंगे, हम अपने मित्रों एवं प्रियजन से मिल पाएंगे और अपनी अर्थव्यवस्था को पटरी पर ला पाएंगे।’’ उन्होंने लोगों से कोविड-19 के नए वेरिएंट (स्वरूप) के सामने आने के मद्देनजर पूरी एहतियान बरतने की अपील की।

