Rule of Tying Kalava: कलावा बांधने और उतारने से पहले इन नियमों का रखें ध्यान, तभी मिलेगा इसका पूरा लाभ
![Rule of Tying Kalava Rule of Tying Kalava](https://images.prabhasakshi.com/2024/5/11/rule-of-tying-kalava_large_1029_148.webp)
हिंदू धर्म में कलावा को बहुत अधिक शुभ माना जाता है। बता दें कि कलावे को रक्षा सूत्र के नाम से भी जाना जाता है। इसी वजह से कलावे को धारण करने से लेकर उतारने तक कई नियम बताए गए हैं।
हिंदू धर्म में कलावा को बहुत अधिक शुभ माना जाता है। बता दें कि कलावे को रक्षा सूत्र के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, कलावे में त्रिदेव यानी की ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है। बताया जाता है कि कलावे में त्रिदेव के अलावा त्रिदेवियां भी स्थापित हैं। कलावे में लगनी वाली गांठ में मां लक्ष्मी, देवी सरस्वती और मां पार्वती का स्थान होता है।
इसी वजह से कलावे को धारण करने से लेकर उतारने तक कई नियम बताए गए हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि कलावा कितने दिनों तक पहनना चाहिए और कलावा कब उतारना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: Vastu Tips: इस दिशा में अजवाइन की पोटली रखना माना जाता है शुभ, बनने लगते हैं बिगड़े हुए काम
कितने दिन बांधे कलावा
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सिर्फ 21 दिन के लिए हाथ में कलावा बांधना चाहिए। क्योंकि अमूमन इतने दिनों बाद कलावा का रंग उतरने लगता है और रंग उतरा हुआ कलावा नहीं पहनना चाहिए। उतरे हुए रंग का कलावा अशुभ माना जाता है।
मान्यता के मुताबिक जिस कलावे का रंग उतर चुका हो, या फिर कलावे के धागे निकल रहे हों। उस कलावे को धारण करने से ग्रह दोष लगता है। ग्रह के अशांत होने पर व्यक्ति के जीवन में अशांति फैल जाती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि आप 21 दिन बाद कलावे को उतार रहे हैं, उसे न तो किसी पेड़-पौधे पर चढ़ाना चाहिए और न ही इसको घर में रखना चाहिए। बल्कि उतारे हुए कलावे को मिट्टी में गाड़ देना चाहिए। क्योंकि हाथ से उतरा हुआ कलावा नकारात्मकता से पूर्ण होता है।
माना जाता है कि जब भी हाथ से कलावा उतारा जाता है, तो वह आपके अंदर और आसपास से नकारात्मकता को लेकर उतरता है। ऐसे में उस कलावे को किसी और को पहनने के लिए नहीं देना चाहिए। साथ ही इस कलावे को घर में या घर के मंदिर में भी नहीं रखना चाहिए।
अन्य न्यूज़