प्लॉट से मेन गेट तक, नया घर बनवाते समय इन वास्तु गलतियों से बचें, आएगी खुशहाली

जो लोग अपना नया घर बनवाने की सोच रहे हैं, तो आपको बता दें कि, घर बनवाते समय वास्तु टिप्स खास ध्यान रखना चाहिए। जब बात आती है मुख्यद्वार, पिलर, फर्श, बॉथरुम, प्लाट के आकार आदि को लेकर पहले किसी वास्तु एक्सपर्ट से सलाह जरुर लें।
नया घर बनबाते समय कई सारी चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। इसके साथ ही वास्तु उपायों का भी ध्यान रखा जाता है। घर के मुख्यद्वार, पिलर, फर्श, बॉथरुम, प्लाट का आकार इन सभी चीजों का ध्यान रखा जाता है। इसलिए घर बनवाने से पहले वास्तु एक्सपर्ट से सलाह जरुर लें। जब वास्तु के अनुसार घर को बनाया जाता तो खुशहाली और समृद्धि गृह में बनीं रहती है। आइए आपको बताते हैं घर बनवाते समय वास्तु की किन-किन बातों पर ध्यान रखना जरुरी है।
वास्तु टिप्स नया घर बनवाने के लिए
इस बात का ध्यान रखें कि घर का मुख्य द्वार पूरे घर में सबसे बड़ा होना जरुरी है। इससे बड़ा कोई भी द्वार नहीं होना चाहिए। इतना ही नहीं, आपके घर में मुख्य द्वार हाई क्वालिटी वाली लकड़ी से बना होना चाहिए और घर के अन्य दरवाजों से ऊंचा होना चाहिए। वहीं, मुख्यद्वार दिखने में सुंदर और आकर्षक होना चाहिए। आपको अपने दरवाजे पर सुंदर नेमप्लेट और शुभ तोरण लगाना चाहिए। ध्यान रखें कि घर के सारे द्वार अंदर की ओर ही खुलने चाहिए।
प्लॉट का आकार
वास्तु के अनुसार, जिस प्लॉट पर घर बनने जा रहा है, उसका आकार वर्गाकार या आयताकार होना जरुरी है। जो कि चारों दिशाओं से सीधा हो। वहीं लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 1:1 या 1:1.5 या अधिकतम 1:2 होना चाहिए। यदि घर में पिलर बना रहे हैं, तो इस बात ध्यान रखें कि पिलर या कॉलम की सम होनी चाहिए, विषम संख्या में पिलर ना बनवाएं। घर में पर्याप्त जगह खिड़की और दरवाजे बनवाएं। ताकि घर में धूप और हवा अच्छे से आएं।
फर्श कैसा हो
वास्तु के अनुसार, घर में पानी के विकास के लिए फर्श का जो ढाल है, वह एक तरफ यानी उत्तर पूर्व की ओर ही होना अच्छा रहता है। घर का फर्श ऊंचा-नीचा नहीं हो। इस बात का ध्यान रखें कि घर का निर्माण की शुरुआत दक्षिण दिशा से कराएं।
अन्य न्यूज़












