योग अपनाएं शांति पाएं (कविता)

hindi poem on yoga
प्राची थापन । Jun 21 2018 12:45PM

युवा लेखिका प्राची थापन ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ''योग'' से होने वाले लाभों पर एक कविता लिखी है जोकि यहां प्रस्तुत है।

युवा लेखिका प्राची थापन ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 'योग' से होने वाले लाभों पर एक कविता लिखी है जोकि यहां प्रस्तुत है।

करते हैं आप अगर योग तो उम्रभर रहोगे निरोग

प्रकृति ने हमें ये देह दिया, करना है इसका सदुपयोग

 

ये तो भारत की कहानी है जो सदियों ही पुरानी है

इस इंजन को चलाना है तो यही पद्धति अपनानी है

 

योग करे मन को शांत, तन को करे निरोग और दिमाग को दे शान्ति

जो अगर योग को दी एक कोशिश तो दूर हो जाएगी सब भ्रान्ति

 

दवा दारु सारे ही उपचार किये प्रतिरोधी क्षमता को एक तरफ़ा कर दिए

शांत मन और सुन्दर काया यही तो है सब योग की माया 

 

योग एक साधना एक प्राणायाम है जो हमारे जीवन को देता नया आयाम है

योग की माया करे मन की शुद्धि और दे कुशाग्र बुद्धि

 

योग मनुष्य को ध्यान से जोड़ता है मन की भ्रान्ति को तोड़ता है

करो जो अगर योग सुबह तो देता है दिन भर की स्फूर्ति 

 

और जो अगर संध्या कर लिए कुछ आसन, तो मिलती है अनिद्रा से मुक्ति

ध्यान रखें बस तो एक बात, निरोगी काया ही योग की माया है

 

यह हमें प्रकृति से जोड़ता है हमारे सारे विकारों को तोड़ता है

इसलिए कहते हैं लोग जो अगर करोगे योग तो रहोगे निरोग

-प्राची थापन

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