मान के करीबी, जाइंट किलर, पंजाब के लोकसभा चुनाव को AAP ने कैसे अपने उम्मीदवारों के जरिए बनाया दिलचस्प

Punjab Lok Sabha
Prabhasakshi
अभिनय आकाश । Mar 19 2024 3:21PM

आप और बीजेपी को फायदा हुआ है। आम आदमी पार्टी ने पंजाब की 13 में से आठ सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची घोषित कर दी है। पार्टी ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पंजाब सरकार के पांच मौजूदा मंत्रियों को मैदान में उतारा है।

पंजाब की राजनीतिक तस्वीर साल 2019 से लेकर 2024 के बीच काफी बदल चुकी है। कई नेताओं ने पाला बदला और कई पार्टियों का इस वजह से चुनावी संतुलन भी बिगड़ा। इससे अगला मुकाबला जीतने को लेकर उनके सामने चुनौती पैदा हो गई है। सूबे के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ जैसे दिग्गज नेताओं के कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए। नफा नुकसान के लिहाज से देखें तो पांच सालों में सबसे अधिक नुकसान कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल को उठा पड़ा है। वहीं आप और बीजेपी को फायदा हुआ है। आम आदमी पार्टी ने पंजाब की 13 में से आठ सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची घोषित कर दी है। पार्टी ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पंजाब सरकार के पांच मौजूदा मंत्रियों को मैदान में उतारा है। 

इसे भी पढ़ें: ED के बयान पर AAP का जवाब, जांच एजेंसी 'भाजपा की एजेंट, केजरीवाल के खिलाफ एक भी सबूत नहीं

पंजाब के कौन से पांच मंत्री मैदान में उतरे

कुलदीप सिंह धालीवाल: अमृतसर

लालजीत सिंह भुल्लर: खडूर साहिब

-गुरमीत सिंह खुड्डियां: बठिंडा

गुरमीत सिंह मीत हेयर: संगरूर

डॉ. बलबीर सिंह:पटियाला

पांच मंत्रियों को लोकसभा के रण में उतारने की वजह?

अपेक्षाकृत नई पार्टी होने के नाते आप के पास कांग्रेस या शिरोमणि अकाली दल जैसे विशेष रूप से मालवा क्षेत्र के बाहर स्थानीय स्तर पर मजबूत नेता नहीं हैं। आप की प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं और परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए मंत्री का चेहरा सामने रहता है। इससे उन्हें अपने संबंधित क्षेत्रों में अच्छे विकल्प मिलते हैं। उदाहरण के लिए, गुरमीत सिंह मीत हेयर बरनाला से दो बार के विधायक हैं और मंत्री बनने से पहले भी बरनाला जिले में आप का सबसे प्रसिद्ध चेहरा रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: Delhi liquor scam: ED का दावा, के कविता ने AAP नेताओं को दिए 100 करोड़ रुपये

कॉमेडियन, सिंगर और भगवंत मान के करीबी को फरीदकोट से टिकट

आप ने फरीदकोट सीट से कॉमेडियन, अभिनेता और भगवंत मान के करीबी माने जाने वाले करमजीत अनमोल को मैदान में उतारा है। अनमोल पंजाबी सिनेमा में एक जाना माना चेहरा हैं और उन्होंने कैरी ऑन जट्टा और मंजे बिस्त्रे फ्रेंचाइजी जैसी लोकप्रिय फिल्मों में अभिनय किया है। हाल ही में उन्होंने ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म मस्तानी में अभिनय किया जो बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफल रही। अनुसूचित जाति वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित, फरीदकोट का प्रतिनिधित्व वर्तमान में कांग्रेस सांसद मोहम्मद सादिक कर रहे हैं, जो खुद एक लोकप्रिय पंजाबी लोक गायक हैं और उन्होंने पंजाबी फिल्मों में भी अभिनय किया है। हालाँकि, ऐसी अटकलें हैं कि कांग्रेस इस बार एक अलग उम्मीदवार चुनेगी क्योंकि 82 वर्षीय सादिक अपनी उम्र के कारण चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। जानकारी के अनुसार सिंगर करमजीत पंजाब मुख्यमंत्री मान के दोस्त हैं। मुख्यमंत्री और करमजीत की दोस्ती कॉलेज के दिनों से रही है। उन्होंने साथ में थिएटर किया है। 

प्रकाश सिंह बादल को हराने वाले खुड्डियाँ अब हरसिमरत से भिड़ेंगे

आप की उम्मीदवार सूची में सबसे महत्वपूर्ण नामों में से एक बठिंडा से गुरमीत सिंह खुड्डियां हैं। पूरी संभावना है कि उनका मुकाबला शिरोमणि अकाली दल की पूर्व मंत्री हरसिमरत कौर से होगा, जिन्होंने 2009 से इस सीट का प्रतिनिधित्व किया है। बठिंडा शिअद का गढ़ रहा है। 1999 में एक हार को छोड़कर पार्टी ने 1996 से लगातार यह सीट जीती है। यह खुड्डियां को बादल की बहू के खिलाफ एक मजबूत दावेदार माना जाता है। खुड्डियां के पिता जगदेव सिंह खुड्डियां शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के टिकट पर फरीदकोट से सांसद चुने गए थे। 28 दिसंबर, 1989 में जगदेव सिंह गांव खुड्डियां स्थित अपने घर से गायब हो गए और छह दिन बाद उनका शव राजस्थान फीडर नहर में मिला। मुक्तसर जिले के खुड्डिया गांव में 30 सितंबर 1962 को जन्म हुआ है। 10वीं तक गांव में पढ़ाई की। 2022 के एफिडेविट के मुताबिक डेढ़ करोड़ की प्रॉपर्टी है। पत्नी का नाम भूपिंदर कौर, 2 बेटे जिनमें नाम सुमीत और अमीत खुड़ियां है। गुरमीत सिंह ने राजनीतिक करियर सिमरनजीत मान की पार्टी SAD (मान) से शुरू किया। 2004 में कांग्रेस ऑइन कर ली, 2014 से 2019 तक मुक्तसर में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे। 2017 में बादल के सामने कैप्टन ने चुनाव लड़ा तो खुड़ियां उनके कवरिंग कैंडिडेट थे। 2017 में सीएम बनने के बाद कैप्टन ने अनदेखी की तो 2021 में आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली। वर्ष 2022 में पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल को हराकर सुर्खियों में आए। 

कांग्रेस से हाल ही में शामिल हुए दो उम्मीदवार मैदान में उतरे

दो सीटों- जालंधर और फतेहगढ़ साहिब पर आप ने उन नेताओं को मैदान में उतारा है जो पहले कांग्रेस में थे। पार्टी ने जालंधर से मौजूदा सांसद सुशील कुमार रिंकू को फिर से उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस के पूर्व विधायक रिंकू 2023 में जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव से ठीक पहले आप में शामिल हो गए। करमजीत कौर दिवगंत कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी की पत्नी हैं, जिनका इसी साल जनवरी की भारत जोड़ो ) के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। संभावना है कि कांग्रेस इस बार अलग उम्मीदवार उतार सकती है। बड़ी संख्या में दलित और हिंदू आबादी के साथ, जालंधर 2023 के उपचुनाव में हार तक कांग्रेस का गढ़ था। कांग्रेस द्वारा जालंधर में एक मजबूत उम्मीदवार उतारने की संभावना है और पूर्व सीएम चरणजीत चन्नी का नाम संभावित रूप से चर्चा में है। फतेहगढ़ साहिब में आप ने बस्सी पठाना से पूर्व कांग्रेस विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी को मैदान में उतारा है। वह पिछले हफ्ते ही आप में शामिल हुए थे। फतेहगढ़ साहिब से मौजूदा कांग्रेस सांसद पूर्व नौकरशाह डॉ. अमर सिंह हैं, जो संसद में पंजाब कांग्रेस की सबसे प्रमुख आवाजों में से एक हैं।

देखने योग्य अन्य भिड़ंत

आप ने मंत्री लालजीत भुल्लर को खडूर साहिब से मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से होने की संभावना है, जो हरसिमरत कौर के भाई भी हैं। मजीठिया खडूर साहिब सीट से तैयारी कर रहे हैं, भले ही उनका आधार मजीठा अमृतसर लोकसभा सीट है। इसका मुख्य कारण यह है कि खडूर साहिब अमृतसर की तुलना में कहीं अधिक सिख बहुल सीट है और अकाली दल इस सीट पर भाजपा के साथ या उसके बिना भी प्रतिस्पर्धी है। यह स्पष्ट नहीं है कि कांग्रेस इस सीट पर मौजूदा सांसद जसबीर सिंह डिंपा को फिर से मैदान में उतारेगी या नहीं। अमृतसर में आप ने मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल को मैदान में उतारा है, जो अजनाला से मौजूदा विधायक हैं। ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा इस सीट से अमेरिका में पूर्व राजदूत तरणजीत सिंह संधू को मैदान में उतारेगी। इस सीट से मौजूदा सांसद कांग्रेस के गुरजीत सिंह औजला हैं। आप ने अभी तक पांच सीटों आनंदपुर साहिब, गुरदासपुर, होशियारपुर, लुधियाना और फिरोजपुर पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। 

इन सीटों पर जिताऊ उम्मीदवार की तलाश

पंजाब में कुल 13 लोकसभा सीटें हैं। इनमें से 5 पर अभी AAP ने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। इनमें गुरदासपुर, होशियारपुर (रिजर्व), आनंदपुर साहिब, लुधियाना और फिरोजपुर शामिल हैं। कांग्रेस, शिअद, भाजपा और बसपा ने अभी तक सभी 13 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। दिलचस्प बात यह है कि आप ने दो पूर्व कांग्रेसियों और दो नेताओं को मैदान में उतारा है, जिन्होंने बादल परिवार के सदस्यों को हराया है। यह खुद को बादलों के लिए मुख्य चुनौती के रूप में दिखाने और कांग्रेस की जगह पर कब्ज़ा करने की पार्टी की दीर्घकालिक इच्छा को दर्शाता है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़