Murree Hill Station: पाकिस्तान पर सफेद आफत, मौत बनकर बरसी बर्फ, कार बनी कब्र

Murree
अभिनय आकाश । Jan 12 2022 6:59PM

मौत का मंजर लाहौर से करीब 450 किलोमीटर दूर पाकिस्तान के सबसे मशहूर टूरिस्ट स्पॉट मरी में दिखा। अचानक बर्फबारी हुई और इस कदर हुई कि किसी को न निकलने का मौका मिला और न ही बचने का जो जहां था वहीं जम गया।

जिस तरह मौत का वक्त नहीं होता उसी तरह मौत का कोई रंग भी नहीं होता। वो किसी भी रंग में सामने आ सकता है। ये मौत पाकिस्तान के मरी में सफेद रंग के रूप में आया। हजारों लोगों को सफेद चादर ओढ़ाई और जाते जाते करीब 37 लोगों को सफेद कफन में लिपटाकर चली गई। मौत का ये मंजर लाहौर से करीब 450 किलोमीटर दूर पाकिस्तान के सबसे मशहूर टूरिस्ट स्पॉट मरी में दिखा। अचानक बर्फबारी हुई और इस कदर हुई कि किसी को न निकलने का मौका मिला और न ही बचने का जो जहां था वहीं जम गया। मरी के लोगों ने पहाड़ियों में बरसों बाद ये सफेद तबाही देखी। बर्फबारी और सर्दियों में लोगों के हिल स्टेशन जाने की हजारों-लाखों की तादाद में गाड़ियां विकेंड में मरी की तरफ रवाना हुई थी। मगर इस दौरान मरी और उस तरफ जाने वाले रास्तों पर अचानक भारी बर्फबारी शुरू हो गई। 

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पाकिस्तान से जो मंजर सामने आया है उसे देखकर आप सहम उठेंगे। बर्फ में जमे लोगों की तस्वीरों और 10 बच्चों की तस्वीर दिल दहला देने के लिए काफी है। पाकिस्तान से आई ये तस्वीरें किसी की भी आंखे नम कर देंगी। पाकिस्तान में कुदरत ने ऐसा तांडव रचा कि बच्चे, बूढ़े और महिलाएं समेत अब तक 37 लोग मौत की आगोश में चले गए। दरअसल, पाकिस्तान के पंजाब के पहाड़ी इलाके मरी में जबरदस्त बर्फबारी के कारण 1 हजार से ज्यादा टूरिस्ट वाहन बीच रास्ते में ही फंस गए। जिनमें हजारों लोग सवार थे। इन वाहनों में सवार लोगों में से 10 बच्चों समे 37 लोगों की मौत हो गई। 

मरी में क्या हुआ 

मरी पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से 30 किलोमीटर दूर पीर पंजाल की पहाड़ियों पर स्थित एक मशहूर पर्यटन स्थल है। ये इलाक़ा समुद्र तल से लगभग साढ़े सात हज़ार फीट की ऊंचाई पर है और जनवरी के महीने में यहां हर साल भारी बर्फ़बारी होती है। 7 जनवरी को भी यहां ऐसा ही हुआ जब इस दिन यहां लगातार कई घंटों तक बर्फबारी हुई और सड़कों पर चार से पांच फीट तक बर्फ जम गई। इससे रास्ते बन्द हो गए और लगभग 25 हज़ार गाड़ियों में 50 हज़ार से ज्यादा लोग कैद होकर रह गए। जिनमें महिलाएं और बच्चे भी बड़ी संख्या में थे। जिस समय ये लोग गाड़ियों में थे। उस समय बाहर तापमान मायनस 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।

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10 की मौत कार में बैठे-बैठे ही जम जाने की वजह से हुई

कार में बैठे मरने वालों के दर्दनाक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। साथ ही वहां बुरी हालत से जूझ रहे टूरिस्ट के फोटो और वीडियो भी खूब शेयर किए जा रहे हैं। इमरजेंसी रेस्क्यू सर्विस के हवाले से दी गई जानकारी में कहा गया कि मरने वालों में एक पुलिसकर्मी, उसकी पत्नी और छह बच्चे शामिल हैं। एक अन्य परिवार में पांच लोगों के मरने की खबर है। ये सभी टूरिस्ट बर्फबारी का आनंद लेने के लिए पहुंचे थे। ये आनंद उनके लिए काल बनकर सामने आ गया। 

गाड़ियों को निकालने के लिए मांगे गए हजारों रुपये

इन लोगों ने वहां के लोकल होटल से शरण मांगी थी। लेकिन वहां के होटल मालिकों ने लोगों की इस मजबूरी का फायदा उठाने के लिए एक कमरे का एक रात का किराया 50 से 70 हजार रूपये कर दिया। पैसा कमाने के लालच में आम लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया। यही नहीं जिन लोगों की गाड़ियां बर्फ़बारी के बीच फंसी थी, उन गाड़ियों को निकालने के लिए पांच से 10 हज़ार रुपये तक मागे गए। लोगों को पानी की एक बोतल खरीदने के लिए 200 रुपये तक देने पड़े। जिन लोगों के पास इतना पैसा नहीं था, वो इस बर्फबारी के बीच फंस कर रह गए और उनकी मौत हो गई।

सरकार की बड़ी लापरवाही

पीएमएलएन नेता शाहिद खान अब्बासी ने एक इंटरव्यू में हादसे पर इमरान खान सरकार को घेरा। उन्होंने कुछ फैक्ट्स पेश किए और मीडिया रिपोर्ट्स की रोशनी में अब्बासी की दलीलें सही नजर आती हैं। अब्बासी ने कहा- मरी को आप अंग्रेजों की जमाने का हिल स्टेशन कह सकते हैं। यहां हर साल बर्फबारी होती है और हर साल लाखों टूरिस्ट्स यहां आते हैं। 1997 में शहबाज शरीफ पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने नवाज शरीफ के कहने पर यहां के लिए एक प्लान बनाया था। इस पर सभी सरकारों ने अमल किया, लेकिन इमरान खान सरकार और यहां के वर्तमान मुख्यमंत्री उस्मान बजदार ने इस प्लान को कचरे के ढेर में फेंक दिया। वहीं पूरे मामले पर पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशीद के मुताबिक इस इलाके में पिछले कुछ दिन के दौरान एक लाख से ज्यादा वाहन पहुंचे। इससे पहले रावलपिंडी के डिप्टी कमिश्नर ने सोशल मीडिया पर 23 हजार गाड़ियों से लोगों को रेस्क्यू किए जाने की जानकारी शेयर की थी। 

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इमरान ने दिए जांच के आदेश

पाक प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने मरी में पर्यटकों की मौत पर दुख जताया है और कहा है प्रशासन अचानक हुई इतनी अधिक बर्फबारी के लिए तैयार नहीं था। उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस बात का अंदेशा नहीं था कि इस बार इतनी बड़ी संख्या में मौसम की जानकारी लिए बिना पर्यटक मरी पहुंचेंगे। इमरान खान ने ट्विटर पर लिखा कि मरी जाने वाले पर्यटकों की दुखद मौत से परेशान हूं और सदमे में हूं। वहां हुई ज़रूरत से ज़्यादा बर्फबारी और मौसम की जानकारी लिए बिना इतनी बड़ी संख्या में पहुंचे सैलिनियों के लिए जिला प्रशासन तैयार नहीं था। मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं ताकि भविष्य में सुनिश्चित किया जा सके कि इस तरह की त्रासदी न हो।

'बर्फ का स्‍प्रे लें और घर पर ही एक-दूसरे पर छिड़क लें'

इस बीच पाकिस्‍तान के बड़बोले सूचना मंत्री फवाद चौधरी का शर्मनाक बयान बयान आया है। फवाद चौधरी ने कहा कि जो लोग बर्फ का आनंद लेना चाहते हैं। वे बर्फ का स्‍प्रे खरीद लें और घर में ही एक-दूसरे के ऊपर छिड़क लें। इसके बाद वो सोशल मीडिया पर बुरी तरह से ट्रोल हो रहे हैं।सोशल मीडिया पर लोग फवाद चौधरी के बयान पर थू थू कर रहे हैं। वहीं दूसरे मंत्री ने कहा कि बर्फबारी के कारण कारें मरी नहीं जा सकीं तो लोगों ने पैदल ही चलना शुरू किया लेकिन भारी बर्फ के कारण वो चल नहीं सकें।

-अभिनय आकाश 

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