PM की सुरक्षा चूक मामले को लेकर कांग्रेस सरकार पर जमकर बरसीं स्मृति ईरानी, बोलीं- किसके इशारे पर काम कर रही थी पुलिस ?

Smriti Irani
प्रतिरूप फोटो

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि पंजाब पुलिस के अधिकारी का ये वक्तव्य की प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा भंग होने की जानकारी वो वरिष्ठ अधिकारियों, पंजाब प्रशासन और सरकार को देते रहे, लेकिन सरकार की तरफ से कोई ऐसा हस्तक्षेप जो प्रधानमंत्री जी को सुरक्षा दे, ऐसा कुछ नहीं किया गया।

नयी दिल्ली। पंजाब के फिरोजपुर में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पंजाब में प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा को भंग होते देख मैंने कांग्रेस नेतृत्व के समक्ष कुछ प्रश्न रखे थे। एक टेलीविजन नेटवर्क ने उन प्रश्नों के कुछ चिंताजनक परिणाम राष्ट्र के सम्मुख रखे हैं। पंजाब पुलिस अधिकारियों के बयान एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल पर सच को उजागर करते हैं। इसी बीच उन्होंने पुलिस से पूछा कि आखिरी वो किस नेता के इशारे पर काम कर रहे थे। 

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उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस के अधिकारी का ये वक्तव्य की प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा भंग होने की जानकारी वो वरिष्ठ अधिकारियों, पंजाब प्रशासन और सरकार को देते रहे, लेकिन सरकार की तरफ से कोई ऐसा हस्तक्षेप जो प्रधानमंत्री जी को सुरक्षा दे, ऐसा कुछ नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि डीजीपी ने क्यों पूरी व्यवस्था और रूट सुरक्षित है, ऐसा संदेश प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा टीम को दिया ? पंजाब के वो कौन कांग्रेस सरकार में आला अधिकारी हैं जो इस अलर्ट के बाद भी प्रधानमंत्री जी को सुरक्षा देन के लिए कोई भी कदम नहीं उठा रहे थे ?

उन्होंने कहा कि पंजाब के वरिष्ठ अधिकारियों को कांग्रेस सरकार के किस नेता ने आदेश दिया था कि प्रदेश में प्रधानमंत्री की सुरक्षा को खंडित किया जाए। ये दुर्भाग्य की बात है कि कांग्रेस के नेता इस गंभीर परिस्थिति को किसी न किसी हास्यासपद तरीके से छोटा करने का प्रयास कर रहे हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि पंजाब पुलिस के अधिकारियों का बयान देना कि बार-बार उनकी कोशिशों के बावजूद कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व ने जानबूझकर प्रधानमंत्री को एक असुरक्षित माहौल में रखा। ये न सिर्फ निंदनीय है बल्कि दंडनीय भी है।

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क्या है पूरा मामला

प्रधानमंत्री मोदी 5 जनवरी दिन बुधवार को हवाई रास्ते से भठिंडा पहुंचे थे। यहां से उन्हें हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था लेकिन बारिश और खराब रोशनी की वजह से सड़क मार्ग चुना गया। लेकिन राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किमी पहले प्रधानमंत्री मोदी का काफिल फ्लाईओवर में फंस गया। जिसकी वजह से उन्हें 15-20 मिनट तक वहीं रहना पड़ा। इसे सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की रैली को रद्द कर दिया गया। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी भठिंडा वापस लौट गए। भठिंडा हवाईअड्डे के अधिकारी ने बताया था कि हवाई अड्डे पर लौटने पर प्रधानमंत्री मोदी ने वहां के अधिकारियों से कहा, अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना कि मैं भठिंडा हवाई अड्डे तक जिंदा लौट पाया।

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