RSS की तर्ज पर UP में आम आदमी पार्टी की 'तिरंगा शाखा', 6 महीने में बनेंगे 10 हजार शाखा प्रमुख

Tiranga Shakha
ANI
अभिनय आकाश । May 1 2022 5:58PM

एक जुलाई से तिरंगा शाखा प्रमुख बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इन शाखाओं में तिरंगा लगाकर शहरों, मुहल्लों और गांवों की पार्क में लोगों को भारत का संविधान पढ़ाया जाएगा। क्रांतिकारियों और महापुरुषों पर चर्चाएं होगीं।

आम आदमी पार्टी (आप) जल्द ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तरह ‘शाखाएं’ शुरू करने जा रही है। इस बारे में पार्टी के राज्यसभा सदस्य और उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया है। उत्तर प्रदेश की पार्कों में शाखाएं लगाई जाएंगी। इन्हें तिरंगा शाखाएं नाम दिया गया है। पार्टी ने छह महीने में दस हजार तिरंगा शाखा प्रमुख बनाकर इन्हें शुरू करने का लक्ष्य रखा है। 

 तिरंगा लगाकर पढ़ाया जाएगा संविधान 

एक जुलाई से तिरंगा शाखा प्रमुख बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इन शाखाओं में तिरंगा लगाकर शहरों, मुहल्लों और गांवों की पार्क में लोगों को भारत का संविधान पढ़ाया जाएगा। क्रांतिकारियों और महापुरुषों पर चर्चाएं होगीं। भारत की विशिष्टता की पहचान दिलाने का काम करेंगे। हर भारतीय की पहचान और भारत का संविधान' इस लक्ष्य को आगे लेकर आप आगे बढ़ेगी। संजय सिंह ने कहा कि नवंबर-दिसंबर में होने वाले नगर निकायों के चुनावों में आप सभी वॉडों में चेयरमैन और मेयर पदों पर प्रत्याशी उतारेगी। जल्द वॉर्ड, बूथ, मोहल्ला प्रभारी का गठन कर दिया जाएगा। 

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आरएसएस की शाखाओं से अलग होंगी

 आप की शाखाएं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं से उलट होंगी। उत्तर प्रदेश के कस्बों, शहरों और गांवों में लगने वाली आप की तिरंगा शाखाओं में हर सभा से पहले तिरंगा लगाने के बाद भारत के संविधान की प्रस्तावना पढ़कर लोगों को सुनाई जाएगी ताकि वे विघटनकारी शक्तियों के फैलाए जा रहे कुचक्र से होशियार रहें।

क्यों 52 साल तक आरएसएस के मुख्यालय में तिरंगा नहीं लहराया गया?

 आप की तरफ से कहा गया कि ये बहुत जरूरी है कि देश के युवाओं को भारत देश के हजारों साल का सच्चा इतिहास पता चले। इसके साथ ही आरएसएस का भी इतिहास पता चले। ये एक इतिहासिक बात है कि भारत का तिरंगा जब बनाया गया और देश की आजादी के बाद जब लहराया गया। आरएसएस ने इस झंडे को स्वीकार नहीं किया। संघ की तरफ से कहा गया कि देश का हिन्दू इस झंडे को कभी स्वीकार नहीं करेगा। आज हम तिरंगा के नीचे ऐसी शाखाएं लगाएंगे तो युवाओं को बताएंगे की क्यों 52 साल तक आरएसएस के मुख्यालय में तिरंगा नहीं लहराया गया। देश की आजादी के आंदोलन के अंदर आरएसएस की क्या भूमिका थी। देश के लोगों के सामने सच लाना जरूरी है और अच्छे नागरिक बनाना जरूरी है। 

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