मंत्रियों और विधायकों के बाद अब अपनी ही सरकार के खिलाफ मैदान में कूदे ज्योतिरादित्य सिंधिया

after-ministers-and-legislators-now-jyotiraditya-scindia-jumped-into-the-ground-against-his-own-government

वहीं मंगलवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने ट्वीट कर लिखा था कि मध्य प्रदेश में 15 सालों तक ईमानदार पार्टी जनों के साथ किए संघर्ष के बाद 8 महीने में जो स्थितियां सामने आ रही है, उसे देखते हुए व्यथित हूं।

मध्यप्रदेश कांग्रेस में मची आपसी सिर सिरफुटौव्वल के बीच दो दिन के प्रदेश प्रवास पर पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी ही सरकार पर प्रदेश में अवैध रेत उत्खनन पर अंकुश न लगा पाने को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है। सिंधिया ने ग्वालियर में कहा कि अवैध रेत उत्खनन को उन्होंने चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा बनाया था। सरकार बनने पर इस पर अंकुश लगाने का वादा भी किया था, लेकिन दुख है कि अब तक अंकुश नहीं लग पाया है। सिंधिया के रेत उत्खनन पर दिए गए इस बयान के बाद कमलनाथ सरकार कटघरे में खड़ी नजर आ रही है। इससे पहले मध्य प्रदेश के सामान्य प्रशासन और सहकारिता मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह अपनी सरकार को अवैध उत्खनन के मुद्दे पर खेल चुके हैं उन्होंने कुछ दिन पहले अपने ही सरकार मैं अवैध उत्खनन को लेकर बयान दिया था और प्रदेश की जनता से हाथ जोड़कर माफी मांगी थी कि वह इसे रोकने में नाकामयाब साबित हुए हैं उन्होंने यह भी कहा था कि इससे राज्य सरकार को करोड़ों के राजस्व का नुकसान हो रहा है। डॉ. गोविंद सिंह ने भिंड और दतिया जिले में हो रहे रेत के अवैध व्यापार पर यह बयान दिया था। 

वहीं मंगलवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने ट्वीट कर लिखा था कि मध्य प्रदेश में 15 सालों तक ईमानदार पार्टी जनों के साथ किए संघर्ष के बाद 8 महीने में जो स्थितियां सामने आ रही है, उसे देखते हुए व्यथित हूं। अगर पहले ही मालूम होता तो जान हथेली पर रखकर जहरीली और भ्रष्ट विचारधारा के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ता बहुत आहत हूं। दूसरी तरफ प्रदेश के ही वन मंत्री उमंग सिंगार ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। मंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर सीधे तौर पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि दिग्विजय सिंह रेत का धंधा कर रहे हैं और शराब का कारोबार करवा रहे हैं। इससे पहले मंत्री उमंग सिंगार ने कहा था कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर्दे के पीछे से दिग्विजय सिंह जी चला रहे हैं साथी आरोप लगाया था कि दिग्विजय सिंह सरकार को ब्लैकमेल कर रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा मंत्री उमंग सिंघार को समझाइश देने के बाद उन्होंने दिग्विजय सिंह के खिलाफ अपनी सार्वजनिक बयान बाजी बंद कर दी है और कहा है कि पार्टी फोरम पर वह अपनी बात रख चुके हैं। 

इसे भी पढ़ें: भारत और रूस किसी भी देश के आंतरिक मामलों में ‘बाहरी प्रभाव’ के खिलाफ: मोदी

इसी बीच प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मोर्चा संभाल दिया है और अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए प्रदेश में हो रहे अवैध रेत उत्खनन को लेकर कमलनाथ सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। जिसको लेकर उनके समर्थकों ने विरोध दर्ज कराया था। यही नहीं मध्यप्रदेश में नए कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर चल रही गहमागहमी के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश की कमान सौंपी जाने को लेकर भी कार्यकर्ता लामबंद हो गए हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि मध्यप्रदेश के कांग्रेसी क्षत्रपों के बीच चल रहे इस द्वंद में आखिर जीत किसकी होती है या फिर इन बयान बाजीयों को लेकर कांग्रेस आलाकमान कोई अनुशासनात्मक कार्यवाही करता है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़