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अखिलेश ने राजभवन की खामोशी पर उठाए सवाल, कहा- मुख्यमंत्री का कानून व्यवस्था पर नहीं रहा नियंत्रण
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 14, 2021 20:20
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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों के जानमाल की सुरक्षा भगवान भरोसे है। अपराधियों के खौफ के चलते प्रदेश में डर का माहौल है। मुख्यमंत्री का कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरते हुए बृहस्पतिवार को इस मामले में राजभवन की ‘खामोशी’ पर सवाल उठाए। अखिलेश ने यहां एक बयान में आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के लोगों के जानमाल की सुरक्षा भगवान भरोसे है। अपराधियों के खौफ के चलते प्रदेश में डर का माहौल है। मुख्यमंत्री का कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। वह सिर्फ सख्त बयानबाजी और जांच की थोथी घोषणाओं के बावजूद कुर्सी की प्रतिष्ठा बचाने में असफल हैं। फिर भी राज भवन मूक दृष्टा की भूमिका में क्यों है?
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उन्होंने आरोप लगाया प्रदेश भर में भाजपा सरकार और उसके नेतृत्व द्वारा संरक्षित अपराधी अराजकता मचाए हैं। त्रस्त जनता अपना धैर्य खो चुकी है। राज्य की पीड़ित जनता को राजभवन की संवैधानिक उत्तरदायित्व निर्वहन की जिम्मेदारी का इंतजार है।
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अखिलेश ने प्रतापगढ़, मऊ, गोंडा, लखनऊ, गाजियाबाद, सीतापुर, अमेठी तथा नोएडा में महिलाओं के प्रति घटित आपराधिक घटनाओं तथा कुछ अन्य वारदात का जिक्र किया और कहा कि भाजपा के जंगलराज में महिलाएं एवं बच्चियां सर्वाधिक अपमानित हुई हैं। प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में भाजपा के पूर्व विधायक द्वारा छात्रा से छेड़खानी का वीडियो विचलित करने वाला है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब राज्य भर में कानून व्यवस्था चौपट है तो उसमें सामान्यजन का जीवन हर क्षण संकट में ही रहता है।
टीकाकरण के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री समेत 50 वर्ष से अधिक उम्र के मुख्यमंत्रियों को लगेगी वैक्सीन
- अनुराग गुप्ता
- जनवरी 21, 2021 11:25
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा था कि घबराने की जरूरत नहीं है, दूसरे चरण में 50 साल से ऊपर वालों का टीकाकरण करा दिया जाएगा।
नयी दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस महामारी से निजात पाने के लिए कोरोना टीकाकरण अभियान जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान की शुरुआत की और अब खबर सामने आई है कि दूसरे चरण में प्रधानमंत्री समेत 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के मुख्यमंत्रियों और सांसदों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा था कि घबराने की जरूरत नहीं है, दूसरे चरण में 50 साल से ऊपर वालों का टीकाकरण करा दिया जाएगा। बता दें कि अभी पहले चरण का टीकाकरण अभियान जारी है। जिसमें 3 करोड़ अग्रिम मोर्चे पर तैनात स्वास्थ्यकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों को टीका लगाया जाना है। फिलहाल 7 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है।
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वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि दूसरे चरण में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों और किसी बीमारी से ग्रसित लोगों को टीका लगाया जाएगा। हालांकि, अब कहा जा रहा है कि दूसरे चरण में प्रधानमंत्री समेत सभी 50 साल से अधिक उम्र के सांसदों और मुख्यमंत्रियों को कोरोना का टीका दिया जाएगा ताकि देश के समक्ष टीके को लेकर सकारात्मक संदेश जाए।
कमलनाथ की खाट पंचायत पर मुख्यमंत्री शिवराज ने कसा तंज, कहा- अब तो बस खाट ही बची है
- दिनेश शुक्ल
- जनवरी 21, 2021 11:15
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कमलनाथ की खाट पंचायत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार देर शाम प्रतिक्रिया देते हुए तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अब कमलनाथ जी के पास कुर्सी तो बची नहीं, खाट ही बची है अब वह खाट पर ही बैठेंगे। उन्होंने कहा कि अब मरता क्या न करता
भोपाल। मुरैना जिले के देवरी में कांग्रेस की इस खाट महापंचायत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि कमलनाथ के पास अब कुर्सी तो बची नहीं, खाट ही बची है तो खाट पर बैठेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में खाट महापंचायत कर केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग की। इसमें कमलनाथ के अलावा दिग्विजय सिंह, युवा नेता और कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी सहित तमाम नेता मौजूद रहे।
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कमलनाथ की खाट पंचायत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार देर शाम प्रतिक्रिया देते हुए तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अब कमलनाथ जी के पास कुर्सी तो बची नहीं, खाट ही बची है अब वह खाट पर ही बैठेंगे। उन्होंने कहा कि अब मरता क्या न करता, उन्हें कोई काम है नहीं उनकी सिर्फ एक टीम बैठी है जो सिर्फ ट्वीट करती है और झूठे सच्चे कुछ भी ट्वीट करें कोई काम तो होना चाहिए इसलिए वह सिर्फ ट्वीट करते रहते हैं।
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इस दौरान शराब दुकानों को लेकर कमलनाथ के आरोपों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारा पहला कदम है माफियाओं को दफन करें और वह अभियान लगातार चल रहा है। अभी कोई फैसला नहीं किया है और ना ही कुछ तय किया है। वह तो कहते रहते हैं कौवा कान ले गया, उन्हें तो यह बात भी नहीं पता कि कौवा है या कान। कुछ भी बोलते रहते हैं, तथ्य आते हैं उन पर बात होती है। उन्होंने कहा कि यह फैसला मैंने किया था 10 साल तक कोई शराब की दुकान नहीं खुली, कई दुकानें बंद कर दी थी। मैं उस विषय पर अभी कुछ बोलना नहीं चाहता, कई तरह के तथ्य आते हैं उन सब पर विचार करके प्रदेश की जनता के हित में ही कोई फैसला करेंगे।
भारत में कोविड-19 के पिछले 24 घंटे में दर्ज हुए 15,223 नए मामले, 151 लोगों की मौत
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 21, 2021 11:10
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भारत में कोविड-19 के 15,223 नए मामले सामने आए है।आंकड़ों के अनुसार, अभी तक कुल 1,02,65,706 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 96.75 प्रतिशत हो गई।
नयी दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 15,223 नए मामले सामने आने के बाद बृहस्पतिवार को देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,06,10,883 हो गए, जिनमें से 1,02,65,70 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, वायरस से 151 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,52,869 हो गई। आंकड़ों के अनुसार, अभी तक कुल 1,02,65,706 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 96.75 प्रतिशत हो गई।
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वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.44 प्रतिशत है। देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या दो लाख से कम है। अभी 1,92,308 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.81 प्रतिशत है। भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार देश में 20 जनवरी तक कुल 18,93,47,782 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। उनमें से 7,80,835 नमूनों की जांच बुधवार को की गई।

