हमारे राजनेताओं से अधिक योग्य हैं चीन के राजनेताः शौरी
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ पत्रकार अरुण शौरी ने कहा है कि देश पर शासन करने वाले योग्य राजनीतिक नेताओं का चयन समय के साथ मुश्किल हो रहा है और इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
जयपुर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ पत्रकार अरुण शौरी ने कहा है कि देश पर शासन करने वाले योग्य राजनीतिक नेताओं का चयन समय के साथ मुश्किल हो रहा है और इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। शौरी ने शुक्रवार को यहां एक कार्यक्रम 'टाक जर्नलिज्म' के दौरान भारत और चीन के नेतृत्व की तुलना की और चीन के लोगों को अधिक योग्य बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में और आने वाले समय में निर्वाचन प्रणाली में ईमानदारी, समर्पण और योग्यता के आधार पर नेता का चयन एक चुनौती है। इसी तरह की आवश्यकता सिविल सेवा और न्यायापालिका में भी है।
उन्होंने कहा कि यदि हम हमारे तहसीलदार स्तर के अधिकारी की तुलना चीन के इसी स्तर के अधिकारी, भारत की और चीन की राज्य सरकारों या हमारे कैबिनेट और उनके पोलित ब्यूरो के बीच तुलना करें तो चीन के लोग अधिक योग्य हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने राजनैतिक नेतृत्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राजनीति में मूल्य प्रणाली में गिरावट आई है और अहंकार, असुरक्षा और अवसरवादी कारकों को आज देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल और जवाहरलाल नेहरू जैसे नेताओं ने भी राजनीति की है लेकिन ऐसे कोई तत्व नहीं थे। उन्होंने बिना अवसरवादिता के हमारे देश को बदल दिया।
उन्होंने मीडिया की वर्तमान स्थिति पर कहा कि कई अखबार व्यापपारिक हितों को बढ़ावा दे रहे हैं और कई कारपोरेट घराने इस व्यवसाय में घुस गये हैं। उन्होंने कहा कि पाठक को आश्वस्त होना चाहिए कि खबर सच है। पाठकों को यह विश्वास होना चाहिए की आप उन्हें सच बता रहें है। कार्यक्रम के दौरान अन्य सत्रों में मीडिया के बदलते स्वरूप, बढ़ती अपेक्षाओं, क्षेत्रीय मीडिया, यूट्यूब और ट्वीटर पर कार्यशाला, मीडिया की स्वतंत्रता, डिजिटल मीडिया के सत्रों को भी आयोजन किया गया।
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