Anil Antony ने कहा कि BBC 'आदतन अपराधी' पहले भी भारत की क्षेत्रीय अखंडता पर सवाल उठाता रहा है

Anil Antony
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अनिल का यह बयान वर्ष 2002 के गुजरात दंगे पर बीबीसी के विवादित वृत्तचित्र के खिलाफ दिए गए बयान के कुछ दिनों बाद आया है। इस वृत्तचित्र से देश में सियासी तूफान खड़ा हो गया है। अनिल एंटनी ने अपने ट्विटर हैंडल पर बीबीसी के खिलाफ अपना हमला जारी रखा और कश्मीर के बिना भारत का मानचित्र जारी करने जैसी ‘पूर्व की शरारतों’ का उदाहरण दिया।

पूर्व रक्षामंत्री ए के एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने रविवार को बीबीसी समाचार चैनल को ‘आदतन अपराधी’करार देते हुए कहा कि वह पूर्व में भी भारत की क्षेत्रीय अखंडता पर सवाल उठाता रहा है। अनिल का यह बयान वर्ष 2002 के गुजरात दंगे पर बीबीसी के विवादित वृत्तचित्र के खिलाफ दिए गए बयान के कुछ दिनों बाद आया है। इस वृत्तचित्र से देश में सियासी तूफान खड़ा हो गया है। अनिल एंटनी ने अपने ट्विटर हैंडल पर बीबीसी के खिलाफ अपना हमला जारी रखा और कश्मीर के बिना भारत का मानचित्र जारी करने जैसी ‘पूर्व की शरारतों’ का उदाहरण दिया।

उन्होंने अपने ट्वीट में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत को टैग करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और बीबीसी को ‘मौजूदा कांग्रेस’ का ‘सटीक भागीदार’ और साझेदारकरार दिया। अनिल ने ट्वीट किया, ‘‘बीबीसी की पूर्व में की गई कुछ शरारतें, वह भारत की क्षेत्रीय अखंडता पर सवाल उठाने का आदतन दोषी है, जिसने कश्मीर के बिना भारत का खंडित मानचित्र जारी किया। निहित स्वार्थों के बिना स्वतंत्र मीडिया वास्तव में, मौजूदा कांग्रेस का सटीक भागीदार और सहयोगी है। @ जयराम रमेश @ सुप्रिया श्रीनेत।’’

रमेश ने हाल में अनिल पर उनका नाम लिए बिना निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि वह कांग्रेस और भारत जोड़ो यात्राके प्रति अपने ‘कर्तव्यों’ को नजरअंदाज कर रहे हैं। गौरतलब है कि अनिल ने इस सप्ताह की शुरुआत में 2002 गुजरात दंगों पर तैयार वृत्तचित्र का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि भारतीय संस्थाओं के ऊपर ब्रिटिश प्रसारक के रुख को रखना देश की संप्रभुता को ‘‘कमतर’’ करेगा। अनिल के रुख से उत्पन्न विवाद के बाद उन्होंने केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डिजिटल मीडिया प्रकोष्ठ और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया और डिजिटल संचार प्रकोष्ठ से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता नहीं छोड़ी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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