सलाखों के पीछे से ‘माननीय’ बने अमनमणि त्रिपाठी

[email protected] । Mar 11 2017 5:42PM

समाजवादी पार्टी से टिकट कटने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में महराजगंज जिले की नौतनवा सीट से मैदान में उतरे अपनी पत्नी की हत्या के आरोपी अमनमणि त्रिपाठी चुनाव जीत गये।

लखनऊ। समाजवादी पार्टी से टिकट कटने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में महराजगंज जिले की नौतनवा सीट से मैदान में उतरे अपनी पत्नी की हत्या के आरोपी अमनमणि त्रिपाठी चुनाव जीत गये। अपनी पत्नी सारा सिंह की हत्या के आरोप में जेल में बंद अमनमणि ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के कुंवर कौशल किशोर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह को 32 हजार 478 मतों से हराया।

अमनमणि की बहनों तनुश्री और अलंकृता ने उनके प्रचार कार्य की जिम्मेदारी सम्भाली थी। अमनमणि के पिता अमरमणि त्रिपाठी और मां मधुमणि वर्ष 2003 में कवयित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकाण्ड मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। अमरमणि नौतनवा से चार बार विधायक रह चुके हैं।

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