Bhandara-Gondia क्षेत्र में भाजपा के लिए बढ़ी मुसीबतें, लोकसभा जीतकर Congress ने विधानसभा चुनाव के लिए किया दावा मजबूत

Bhandara Gondia
प्रतिरूप फोटो
ANI
Anoop Prajapati । Sep 3 2024 8:13PM

भंडारा-गोंदिया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपना खाता खोलते हुए जीत दर्ज की थी। पार्टी के नेता प्रशांत यादवराव पाडोले इस निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए हैं। 2002 में गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद यह निर्वाचन क्षेत्र 2008 में अस्तित्व में आया।

भंडारा-गोंदिया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र महाराष्ट्र के 48 संसदीय क्षेत्रों में से एक है। जहां हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपना खाता खोलते हुए जीत दर्ज की थी। पार्टी के नेता प्रशांत यादवराव पाडोले इस निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए हैं। 2002 में गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद यह निर्वाचन क्षेत्र 2008 में अस्तित्व में आया। 1952 में इस लोकसभा क्षेत्र अस्तित्व में नहीं था। 2008 में इस लोकसभा क्षेत्र को बनाने के लिए दो जिलों के हिस्सों को शामिल किया गया। इसके तहत तीन विधानसभा क्षेत्र भंडारा जिले के शामिल किए गए हैं, जबकि तीन विधानसभा क्षेत्र गोंदिया जिले के हैं। यह क्षेत्र प्रदेश की राजधानी मुंबई से करीब 993 किलोमीटर दूर है, जबकि राष्ट्रीय राजधानी से यह इलाका करीब 1088 किलोमीटर दूर है।

इस लोकसभा क्षेत्र भंडारा और गोंदिया जिले के अंतर्गत ही आता है। यह लोकसभा क्षेत्र तुमसर, भंडारा, साकोली, अर्जुनी-मोरगांव, तिरोडा और गोंदिया विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर बनाया गया है। जिसमें से 2019 के चुनाव में दो सीट पर एनसीपी जीतने में सफल रही थी। इसके अलावा, दो सीट निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में भी गई थीं। एक-एक सीट पर कांग्रेस और भाजपा विजयी रही थी। भंडारा-गोंदिया लोक सभा क्षेत्र की तुमसर विधानसभा सीट पर 2019 के चुनाव में अजित पवार के गुट वाली एनसीपी ने अपना खाता खोलने में सफलता हासिल थी। जहां से फिलहाल राजू कारेमोरे विधायक हैं। उन्होंने यह सीट भारतीय जनता पार्टी के चरण वाघमारे को हराकर जीती थी। 

भंडारा-गोंदिया लोकसभा क्षेत्र की भंडारा विधानसभा सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। इस क्षेत्र के मतदाताओं ने राज्य की सभी बड़ी पार्टियों को क्षेत्र की सेवा करने का मौका प्रदान किया है। इस विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के अलावा कोई भी पार्टी लंबे समय तक नहीं टिक सकी है। वर्तमान में निर्दलीय उम्मीदवार नरेंद्र भोंडेकर इस क्षेत्र का राज्य की विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस लोकसभा क्षेत्र का साकोली विधानसभा क्षेत्र पूरे महाराष्ट्र में अपने स्थापित नेता नाना पटोले के कारण भी जाना जाता है। नाना पटोले 2019 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। विधायक पटोले 2009 में भी बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज कर चुके हैं, लेकिन उन्हें 2014 में बीजेपी के ही राजेश लहानू काशीवार के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी।

राज्य के भंडारा-गोंदिया लोकसभा क्षेत्र की अर्जुनी-मोरगांव विधानसभा सीट भी अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। 2009 से अस्तित्व में आए इस विधानसभा क्षेत्र पर बीजेपी के राजकुमार बडोले 2009 से लेकर 2019 तक लगातार विधायक रहे हैं। लेकिन वर्तमान में यह सीट एनसीपी के मनोहर चंद्रिकापुरे के पास है। महाराष्ट्र विधानसभा में 64 नंबर से जाना जानेवाला तिरोडा विधानसभा क्षेत्र अस्तित्व में आने के बाद से ही बीजेपी का एक मजबूत गढ़ रहा है। जहां पार्टी पिछले 15 साल से चुनाव नहीं हारी है। जिसके नेता विजय भरतलाल राहंगडाले लगातार दो बार चुनाव जीत चुके हैं। देश में हुए पहले आम चुनाव के बाद से ही इस लोकसभा क्षेत्र की गोंदिया विधानसभा सीट पर भी चुनाव हुए थे। जिसके बाद कांग्रेस ने यहाँ 1995 तक अपराजित रहकर एक छत्रराज किया है। हालांकि, 1995 और 1999 के चुनाव में उसे शिवसेना के हाथों से शिकस्त खानी पड़ी थी। वर्तमान में निर्दलीय उम्मीदवार विनोद अग्रवाल इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

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