हिंसा के बाद 28 सितंबर तक BHU बंद, हॉस्टल खाली करने को कहा
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने परिसर में हिंसा और आगजनी की घटना के बाद मंगलवार को कक्षाओं को स्थगित कर दिया और छात्रों को अगले 24 घंटे के भीतर अपने पांच छात्रावासों को खाली करने के लिए कहा गया है।
वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने परिसर में हिंसा और आगजनी की घटना के बाद मंगलवार को कक्षाओं को स्थगित कर दिया और छात्रों को अगले 24 घंटे के भीतर अपने पांच छात्रावासों को खाली करने के लिए कहा गया है। बीएचयू के रजिस्ट्रार नीरज त्रिपाठी के इस निर्णय के बाद छात्रावासों में रहने वाले कुछ छात्र बिड़ला छात्रावास के सामने सड़क पर धरने पर बैठ गये। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि बीएचयू परिसर में रेजीडेंट डाक्टरों और हास्टल में रहने वाले छात्रों के बीच हुए संघर्ष में करीब छह छात्र घायल हो गए । बताया जा रहा है कि एक मरीज को बेड आवंटित करने के मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुयी।
पुलिस ने बताया कि घटना सोमवार की रात को हुयी। छात्रावासों में रहने वाले कुछ छात्र एक मरीज के परिजनों के साथ मिल गए। मरीज के परिजनों का रेंजीडेंट डाक्टरों के साथ बेड आवंटन को लेकर झगड़ा हुआ था। छात्रों और रेजीडेंट डाक्टरों ने एक दूसरे पर पथराव किया और उसके बाद दोनों पक्षों ने परिसर में आगजनी की। बीएचयू रजिस्ट्रार ने 28 सितम्बर तक विश्वविद्यालय को बंद करने के आदेश दिये है और छात्रों को बुधवार की दोपहर 12 बजे तक पांच छात्रावासों को खाली करने के लिए कहा है। जिन पांच छात्रावासों में रहने वालों को यह आदेश दिये है उनमें बिड़ला हास्टल, लाल बहादुर शास्त्री हॉस्टल, धनवंतरी हॉस्टल और रुइया मेडिकल हॉस्टल और रुइया एनेक्सी शामिल हैं।
बिरला और लाल बहादुर शास्त्री हॉस्टलों के छात्र बिरला हॉस्टल के सामने धरने पर बैठ गये और हॉस्टल के कमरों को खाली करने के आदेश को वापस लिये जाने की मांग की। इस घटना में कम से कम छह छात्रों को चोटें आयीं जिन्हें ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। जिला मजिस्ट्रेट सुरेन्द्र सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी आज सुबह बीएचयू पहुंचे और फ्लैग मार्च किया।उन्होंने यूनि.प्रशासन से बातचीत भी की।
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