बाहर फंसे राज्य के नागरिकों की मदद करने के लिये बिहार सरकार प्रतिबद्ध: नीतीश
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बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री के आवास के दूरभाष, स्थानिक आयुक्त के हेल्पलाइन नंबर तथा आपदा प्रबंधन विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर फंसे हुए लोगों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर उनकी समस्याओं एवं उन्हें मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली गई है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग बाहर से बिहार आए हैं उनकी स्क्रीनिंग कराई जाए और उनके, भोजन एवं ठहरने की व्यवस्था के साथ-साथ उन्हें चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जाए। नीतीश ने राज्य के सीमावर्ती जिलों में आपदा सीमा राहत केंद्रों में पूरी व्यवस्था करने, गांव के स्कूलों में लोगों के आवासन एवं भोजन की उचित व्यवस्था करने और उन केंद्रों पर सरकारी कर्मचारी को प्रभारी बनाकर बेहतर ढंग से काम कराने को कहा। उन्होंने मुखिया, सरपंच एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि के माध्यम से भी समुचित प्रबंध करने को कहा। मुख्यमंत्री ने पटना जैसे शहरों में काम करने वाले मजदूरों के लिए जो राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं, जरुरत पड़ने पर उनकी संख्या भी बढ़ाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग बिहार के बाहर अन्य राज्यों में लॉकडाउन के कारण फंसे हुये हैं, वे जहां हैं वहीं पर रहें। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार उनकी पूरी मदद करने के लिये प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार अन्य राज्यों की सरकारों से समन्वय स्थापित करते हुये सभी समस्याओं का समाधान कर रही है। नीतीश ने बाहर रह रहे लोगों के फीडबैक के आधार पर उनकी समस्याओें का समाधान यथाशीघ्र करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के मद्देनजर सरकार ने सभी राशन कार्डधारियों को 1000 रुपए देने का जो निर्णय लिया था।माननीय मुख्यमंत्री जी ने लॉकडाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे अप्रवासी बिहारियों एवं बाहर से आये लोगों की समस्याओं के समाधान को लेकर की उच्चस्तरीय बैठक की एवं समस्याओं का निवारण किया।#CoronaSeLadegaBihar pic.twitter.com/Z2CI8cilx8
— Dr. Ashok Choudhary (@AshokChoudhaary) March 31, 2020
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उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस राशि को जल्द से जल्द लाभुकों के खाते में अंतरित किया जाए। उन्होंने कहा कि लोग जहां भी हैं सामाजिक दूरी और लॉकडाउन का पालन करें। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से सारे इंतजाम किए जा रहे हैं और लोगों को घबराने की जरुरत नहीं है। बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, गृह एवं सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी, परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल एवं खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के सचिव पंकज कुमार पाल सहित अन्य अधिकारी इस बैठक में उपस्थित थे। बिहार में मंगलवार को पांच और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद अब राज्य में इसके मरीजों की संख्या 21 हो गई है। कतर से लौटे मुंगेर निवासी एक व्यक्ति की गत 21 मार्च को पटना एम्स में मौत हो गयी थी। इस बीच, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने ‘मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना’ कोष से राज्य में बनाए गए कोरोना वायरस उन्मूलन कोष में 3.18 करोड़ रुपये का योगदान दिया। ‘मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना’ विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास निधि का परिवर्तित रूप है।
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