Katihar Assembly Seat: कटिहार सीट पर दांव पर लगी BJP के तारकिशोर प्रसाद की प्रतिष्ठा, दिलचस्प हुआ मुकाबला

कटिहार विधानसभा क्षेत्र में इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद लगातार पांचवी बार चुनावी रण में उतरे हैं। वहीं महागठबंधन के घटक वीआईपी से भाजपा एमएलसी अशोक अग्रवाल के पुत्र सौरभ अग्रवाल को टिकट देकर मैदान में उतारा है।
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों 06 नवंबर और 11 नवंबर को संपन्न कराया जाएगा। वहीं चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। इसके मद्देनजर सभी राजनैतिक पार्टियां वोटरों को लुभाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं। वहीं इस बार के चुनावी रण में आम आदमी पार्टी और जन सुराज पार्टी जैसे नए दल भी ताल ठोक रहे हैं। जिस कारण बिहार चुनाव का यह मुकाबला और ज्यादा दिलचस्प हो या है। बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें में से एक सीट कटिहार है। कटिहार विधानसभा सीट पर 11 नवंबर को मतदान होने हैं।
किसके बीच मुकाबला
बता दें कि कटिहार विधानसभा क्षेत्र में इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद लगातार पांचवी बार चुनावी रण में उतरे हैं। वहीं महागठबंधन के घटक वीआईपी से भाजपा एमएलसी अशोक अग्रवाल के पुत्र सौरभ अग्रवाल को टिकट देकर मैदान में उतारा है। इसके साथ ही जनसुराज पार्टी ने मोहम्मद गाजी शरीफ को उम्मीदवार बनाकर इस मुकाबले को रोचक बना दिया है। वहीं राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व मंत्री राम प्रकाश महतो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
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पिछले चुनाव का इतिहास
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में कटिहार सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार तारकिशोर प्रसाद ने जीत हासिल की थी। इस दौरान तारकिशोर ने आरजेडी के डॉ राम प्रकाश महतो को शिकस्त दी थी। बता दें कि साल 2005 से कटिहार विधानसभा सीट से लगातार तारकिशोर प्रसाद जीत हासिल करते आ रहे हैं।
बिहार की इस विधानसभा सीट का चुनावी इतिहास काफी दिलचस्प रहा है। यहां पर कांग्रेस, भाजपा और आरजेडी जैसी पार्टियों का दबदबा रहा है। लेकिन पिछले कई चुनावों से इस सीट से भाजपा लगातार जीत हासिल कर रही है। भाजपा के तारकिशोर इस सीट के सबसे प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। क्योंकि वह लगातार 2005, 2010, 2015 और 2020 में इस सीट से विधायक चुने गए हैं।
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