Bettiah Assembly Seat: बेतिया सीट पर वापसी को बेकरार है कांग्रेस, इन उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर

Congress
ANI

साल 2015 में इस सीट से कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। फिर इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने बेतिया का किला फतह किया था। वहीं इस बार के चुनाव में कांग्रेस जहां वापसी के लिए बेताब नजर आ रही है, तो वहीं भाजपा के सामने अपना किला बचाए रखने की चुनौती है। इसके साथ ही जन सुराज की एंट्री ने यहां के मुकाबले को रोमांचक बना दिया है।

बिहार की बेतिया विधानसभा सीट के लिए मतदान दूसरे चरण में 11 नवंबर को मतदान होना है। वहीं वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी। इस सीट पर मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के प्रत्याशी के बीच में है। वहीं जनसुराज पार्टी ने इस सीट से अपना भी उम्मीदवार उतारा है। इस बार पश्चिमी चंपारण जिले की बेतिया विधानसभा सीट पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। फिलहाल इस सीट पर भाजपा का दबदबा है। यह एक सामान्य श्रेणी की सीट है और यह पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है।

इन उम्मीदवारों के बीच मुकाबला

बेतिया विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने रेणु देवी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने यहां से वासी अहमद को टिकट दिया है। इस सीट से प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने अनिल कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है।

इसे भी पढ़ें: Amour Assembly Constituency: अमौर सीट में 3 मुस्लिम कैंडिडेट्स में मुकाबला, हर बार बदलता है जीत का समीकरण

पिछले चुनाव का इतिहास

साल 2015 में इस सीट से कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। फिर इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने बेतिया का किला फतह किया था। वहीं इस बार के चुनाव में कांग्रेस जहां वापसी के लिए बेताब नजर आ रही है, तो वहीं भाजपा के सामने अपना किला बचाए रखने की चुनौती है। इसके साथ ही जन सुराज की एंट्री ने यहां के मुकाबले को रोमांचक बना दिया है।

भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी इस सीट से अब तक चार बार जीत हासिल कर चुकी हैं। रेणु देवी बिहार की उपमुख्यमंत्री बन चुकी है। वह बेतिया में महिला उम्मीदवारों और संगठित बीजेपी कैडर की मजबूत नेता मानी जाती है। हालांकि इस सीट पर कांग्रेस ने कई बार जीत हासिल की है। लेकिन हाल के वर्षों में यहां पर भाजपा का प्रभाव बढ़ा है।

All the updates here:

अन्य न्यूज़