चीन और पाकिस्तान बॉर्डर जैसे संवेदनशील इलाकों में भी मिलेगी कैफे की सुविधा, रक्षा मंत्रालय ने किया 75 फूड प्वाइंट बनाने का ऐलान
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मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी एक आदेश में कहा गया कि इसका उद्देश्य पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना और सीमा क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन देना है। बयान में कहा गया कि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
जब भी हममें से कोई बॉर्डर इलाकों में ट्रैवल करता है तो कई तरह की परेशानियां सामने आती है जिसमें से सबसे पहली परेशानी है कि ऐसे स्थान पर खाने-पीने की चीजें जल्दी नजर नहीं आती है क्योंकि यह काफी सेंसिटिव प्लेस होते है खाने-पीने के लिए अच्छे कैफे नहीं होते हैं। अब सरकार की तरफ से की जानें वाली सुविधा के अनुसार आप को इस समस्या से निजात मिलने वाली हैं। रक्षा मंत्रालय(Defense Ministry) ने ऐलान किया है कि सीमा सड़क संगठन (BRO) अब पाकिस्तान और चीन बॉर्डर के दूरस्थ और दुर्गम इलाकों को जाती रोड पर कैफे भी खोलेगा। इन कैफे के ब्रांड का नाम भी बीआरओ होगा। यहां खाने-पीने का सामान आपकी पॉकेट के अनुसार ही होगा।
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रक्षा मंत्रालय ने 12 राज्यों व केंद्र शासित क्षेत्रों में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के साथ विभिन्न सड़कों पर 75 स्थानों पर ‘बीआरओ कैफे’ ब्रांड के तहत सुविधाएं स्थापित करने को मंजूरी दी है। मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी एक आदेश में कहा गया कि इसका उद्देश्य पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना और सीमा क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन देना है। बयान में कहा गया कि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। सड़क किनारे स्थापित होने वाले इन प्रतिष्ठानों को ‘बीआरओ कैफे’ के नाम से जाना जाएगा।
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बयान के अनुसार इन कैफे मेंवाहनों के लिए पार्किंग, फूड प्लाजा, रेस्तरां, महिलाओं, पुरुषों व दिव्यांगों के लिए अलग-अलग जनसुविधाएं, प्राथमिक चिकित्सा सुविधा आदिउपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। बयान में कहा गया है कि इसके लिए15 साल के लिए करार किया जाएगा जिसे बाद में पांच और वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है।
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