बसपा नहीं लाएगी चुनावी घोषणा पत्र इस बार 2007 की तरफ आएंगे नतीजे : मायावती
मायावती ने कहा, बसपा शासनकाल की तरह किसी भी सरकार ने कार्य नहीं किया। उन्हीं कार्यों को लेकर जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी घोषणापत्र जारी नहीं करती, बल्कि करके दिखाने में विश्वास करती है। बसपा ने देश की आजादी के बाद सबसे अधिक विकास कराया है।
2022 में बहुजन समाज पार्टी इस बार जनता के बीच घोषणा पत्र नहीं, बल्कि पार्टी द्वारा किए गए कार्यों को जनता के सामने रखेगी। मायावती ने आज मंगलवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चार बार के शासन में हुए कार्यों का पत्रक (फोर्डर) पेश किया। मायावती ने कहा कि ये पत्रक आम लोगों तक पहुंचाया जाएगा, ताकि लोग जान सकें कि इसी तर्ज पर बसपा विकास कार्य कराएगी।मायावती ने कहा, बसपा शासनकाल की तरह किसी भी सरकार ने कार्य नहीं किया। उन्हीं कार्यों को लेकर जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी घोषणापत्र जारी नहीं करती, बल्कि करके दिखाने में विश्वास करती है। बसपा ने देश की आजादी के बाद सबसे अधिक विकास कराया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार वर्ष 2007 की तरह ही नतीजे आएंगे।
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मायावती ने कहा, सूबे की 86 सुरक्षित विधानसभा सीटों के अध्यक्षों को बुलाया है। इन नेताओं के साथ मंथन किया जाएगा कि वर्ष 2007 की तरह सभी सीटों को कैसे जीता जाए। बसपा अध्यक्ष ने कहा कि सभी 75 जिलों के पदाधिकारियों से वार्ता कर रही हूं, लगातार रिव्यू जारी है।मायावती ने इस दौरान किसानों की भी बात की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानून तो वापस ले लिए हैं लेकिन सरकार को किसान संगठनों के साथ बैठ कर उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए, ताकि किसान लोग खुशी-खुशी अपने घर वापस जाकर अपने काम में लग जाएं। बसपा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले को ज़्यादा नहीं लटकाना चाहिए.
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