वर्ष 2030 तक हम कोयला उत्पादन में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जाएंगे: जोशी
त्री ने यह भी कहा कि वर्ष 2030 तक हम कोयले के उत्पादन के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जाएंगे। उन्होंने एक अन्य पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि रेलवे द्वारा कोयले की ढुलाई, खासतौर पर बिजली संयंत्रों के लिए इसके परिवहन को सर्वाधिक प्राथमिकता दी जाती है। वर्ष 2018-19 में रेलवे के कुल लदान में 50 प्रतिशत कोयला था।
नयी दिल्ली। केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को कहा कि बहुत जल्द 41 नये कोयला ब्लॉक की नीलामी की जाएगी। साथ ही, देश में उपलब्ध कोयले की गुणवत्ता में सुधार के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। जोशी ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि कुछ खास ताप विद्युत संयंत्रों को कोकिंग कोल की आपूर्ति के लिए हम आयात पर निर्भर हैं। इसलिए, देश में उपलब्ध कोयले की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी के स्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि देश में कोयले की मांग बढ़ रही है, लेकिन इसकी आपूर्ति में कमी को ध्यान में रखते हुए बहुत जल्द 41 नये कोयला ब्लॉक की नीलामी की जाएगी। मंत्री ने यह भी कहा कि वर्ष 2030 तक हम कोयले के उत्पादन के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जाएंगे। उन्होंने एक अन्य पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि रेलवे द्वारा कोयले की ढुलाई, खासतौर पर बिजली संयंत्रों के लिए इसके परिवहन को सर्वाधिक प्राथमिकता दी जाती है। वर्ष 2018-19 में रेलवे के कुल लदान में 50 प्रतिशत कोयला था।
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— Lok Sabha TV (@loksabhatv) July 17, 2019
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