दिल्ली में आरओ संयंत्र लगाने में ढिलाई पर मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal हुए नाराज

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ऐसे क्षेत्रों में लोग पानी के टैंकरों पर निर्भर रहते हैं। प्रायोगिक परियोजना के तहत दिल्ली जल बोर्ड 50,000 लीटर प्रतिदिन की क्षमता वाले 30 आरओ संयंत्र लगा रही है। झड़ौदा और शकूरबस्ती में दो ऐसे संयंत्र लग चुके हैं। दो और ऐसे संयंत्र हरिनगर विधानसभा क्षेत्र में लगने जा रहे हैं।

नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में पानी की किल्लत वाले क्षेत्रों में ‘रिवर्स-ओस्मोसिस (आरओ) संयंत्र लगाने के काम में ‘ढिलाई’ पर मंगलवार को नाराजगी प्रकट की और अधिकारियों को इसे शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया। दिल्ली सरकार अनधिकृत कॉलोनियों समेत पानी की किल्लत वाले क्षेत्रों में ‘ट्यूबवेल के साथ 500 आरओ संयंत्र’ लगा रही है।

फिलहाल ऐसे क्षेत्रों में लोग पानी के टैंकरों पर निर्भर रहते हैं। प्रायोगिक परियोजना के तहत दिल्ली जल बोर्ड 50,000 लीटर प्रतिदिन की क्षमता वाले 30 आरओ संयंत्र लगा रही है। झड़ौदा और शकूरबस्ती में दो ऐसे संयंत्र लग चुके हैं। दो और ऐसे संयंत्र हरिनगर विधानसभा क्षेत्र में लगने जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने ट्विटर पर कहा, ‘‘ दिल्ली में 450 से अधिक स्थान आरओ प्रणाली लगाने के लिए चिह्नित किये गये हैं, इस कार्य में शिथिलता देखी जा रही है, इस पर मुख्यमंत्री ने अपनी नाखुशी प्रकट की है और सख्त निर्देश दिया है कि यह काम गंभीरता से एवं शीघ्र पूरा किया जाए। ’’

सीएमओ ने कहा कि समीक्षा बैठक में केजरीवाल ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि दिल्ली के लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के काम में कोई शिथिलता एवं विलंब स्वीकार्य नहीं होगा। सीएमओ ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ गंदे पानी की शिकायत पर प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई की जानी चाहिए और उस समस्या का स्थायी हल होना चाहिए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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