बच्चे मर गए, कोई भी इस नुकसान को सहन नहीं कर सकता, मी़डिया से बात करते हुए रो पड़े डीके शिवकुमार

शिवकुमार ने कहा कि हमें प्रशासनिक सबक सीखना चाहिए, विपक्ष को लाशों पर राजनीति करने दो। मैं बता दूँ कि उन्होंने कितनी लाशों पर राजनीति की है। लेकिन छोटे बच्चों को देखकर दुख होता है। मैंने उनका दर्द देखा है।
कर्नाटक सरकार की लापरवाही और कुप्रबंधन के खिलाफ बढ़ते आक्रोश के बीच, जिसके कारण मची भगदड़ में ग्यारह लोगों की मौत हो गई। मरने वालें में कई बच्चे भी हैं। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार मीडिया को संबोधित करते हुए कैमरे पर रो पड़े। शिवकुमार ने कहा कि हमें प्रशासनिक सबक सीखना चाहिए, विपक्ष को लाशों पर राजनीति करने दो। मैं बता दूँ कि उन्होंने कितनी लाशों पर राजनीति की है। लेकिन छोटे बच्चों को देखकर दुख होता है। मैंने उनका दर्द देखा है।
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कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहले ही घटना की मजिस्ट्रेट जांच की घोषणा कर दी है। मैं यहां उन गेटों पर स्थिति देखने आया हूं जहां भगदड़ मची थी। गुरुवार को शिवकुमार ने कहा कि स्थिति कितनी जल्दी बिगड़ गई और कार्यक्रम स्थल पर अधिकारियों ने उन्हें कितनी जल्दी कार्यक्रम खत्म करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, "पुलिस आयुक्त ने मुझे 10 मिनट में कार्यक्रम खत्म करने के लिए कहा। मैंने कार्यक्रम को जल्दी से खत्म किया। उन्होंने मुझसे कहा कि 1-2 लोगों की जान चली गई है, कार्यक्रम को जल्दी खत्म करो, कार्यक्रम को 10 मिनट में खत्म करो।"
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स्टेडियम की स्थिति के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैं और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) प्रबंधन वहां नहीं पहुंच सके, मुझे उन्हें अपनी कार में ले जाना पड़ा। मुझे केएससीए जाने में कोई दिलचस्पी नहीं थी। मैं अध्यक्ष और सचिव को अपनी कार में ले गया। हमने उन्हें कोई घोषणा नहीं करने दी। हमने सब कुछ जल्दी खत्म कर दिया और केएससीए भी सहमत हो गया।" भाजपा की राजनीतिक प्रतिक्रिया पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, "हमें प्रशासनिक सबक सीखना चाहिए, विपक्ष को लाशों पर राजनीति करने दें। मैं बताऊँगा कि उन्होंने कितनी लाशों पर राजनीति की है। लेकिन छोटे बच्चों को देखकर दुख होता है। मैंने उनका दर्द देखा है।"
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