नेहरू की गफलत, चीन का धोखा और इंदिरा गांधी को दान करने पड़ गए अपने सभी जेवर, क्या है प्रियंका के दावे का सच?

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अभिनय आकाश । Apr 25 2024 6:36PM

नेहरू ने किसी की बात नहीं सुनी। उन्होंने अपने कमांडर इन चीफ को सलाह भी हवा में उड़ा दिया। 12 साल बाद जब चीन ने नेफा और लद्दाख सेक्टर पर एक साथ हमला किया तो भारतीय सेना बिल्कुल भी तैयार नहीं थी। फिर जो हुआ वो सभी को पता है।

तिब्बत पर चीन के हमले का सीधा असर भारत पर हुआ। चीन इस कदम के साथ भारत की सीमा पर आ चुका था। चीन के सैनिकों द्वारा नेफा यानी नार्थ ईस्ट फ्रंटियर एरिया से जुड़े नक्शे को लेकर घूमने की जानकारी जब भारत के फील्ड मार्शल केएम करिप्पा ने प्रधानमंत्री नेहरू को इस खतरे की ओर आगाह करते हुए इससे निपटने की बात जैसे ही कही। नेहरू ने जोर से मेज पर हाथ मारते हुए कहा कि ये हमारे कमांडर इन चीफ का काम नहीं है कि वो भारत के प्रधानमंत्री को बताए कि कौन कहां हमला कर रहा है। आप सिर्फ कश्मीर और पाकिस्तान पर फोकस कीजिए। प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को 12 साल तक आगाह किया जाता रहा कि चीन की नीयत ठीक नहीं है। चीन से हमें सतर्क रहना होगा। लेकिन नेहरू ने किसी की बात नहीं सुनी। उन्होंने अपने कमांडर इन चीफ को सलाह भी हवा में उड़ा दिया। 12 साल बाद जब चीन ने नेफा और लद्दाख सेक्टर पर एक साथ हमला किया तो भारतीय सेना बिल्कुल भी तैयार नहीं थी। फिर जो हुआ वो सभी को पता है। 

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मंगलसूत्र विवाद पर प्रियंका का दावा 

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले कर्नाटक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और उन पर लोगों का ध्यान भटकाने के लिए चुनाव के दौरान भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया। प्रियंका ने कहा कि पिछले दो दिनों में प्रधान मंत्री कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी आपका सोना और मंगलसूत्र लूट लेगी। 70 साल तक भारत आज़ाद रहा, 55 साल तक कांग्रेस ने देश पर शासन किया, क्या आपका सोना छीन लिया गया? प्रियंका ने कहा कि जब युद्ध चल रहा था तो इंदिरा गांधी ने अपना सोना देश को दे दिया। मेरी मां का मंगलसूत्र इस देश के लिए बलिदान कर दिया गया। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पीएम की आलोचना करते हुए सवाल किया कि क्या किसी भी बीजेपी-आरएसएस नेता ने देश के लिए बलिदान दिया है। खरगे ने कहा कि चुनाव के लिए, मोदी जी लोगों से झूठ बोल रहे हैं कि उनका मंगलसूत्र सुरक्षित नहीं रहेगा। कांग्रेस ने इस देश पर 55 साल तक शासन किया. क्या ऐसा एक बार भी हुआ है? 1962 के युद्ध में इंदिरा गांधी ने अपने आभूषण दान कर दिये थे। पंडित मोतीलाल नेहरू और पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इलाहाबाद में आनंद भवन के रूप में अपना घर स्वतंत्रता आंदोलन के लिए दान कर दिया था। हमारे नेताओं ने देश के लिए अपना जीवन और खून बलिदान किया है। 

पीएम मोदी ने क्या कहा था 

प्रियंका और खड़गे की टिप्पणी पीएम मोदी के बयान के जवाब में सामने आया जब पीएम ने एक जनसभा में कहा था कि कांग्रेस के घोषणापत्र में वादा किया गया है कि अगर वे सत्ता में आते हैं, तो सभी की संपत्ति का सर्वेक्षण किया जाएगा, माताओं और बहनों के सोने की गणना की जाएगी और फिर उसका पुनर्वितरण किया जाएगा। पीएम ने कहा था कि वे आपका मंगलसूत्र भी नहीं छोड़ेंगे। 

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इंदिरा को दान करने पड़ गए अपने गहने  

करीब एक महीने तक चले भारत चीन युद्ध ने भारत को कई सबक भी सिखाए। तब भारत को आजाद हुए डेढ़ दशक ही हुए थे। भारत कई चुनौतियों से जूझ रहा था। उस वक्त हालात ऐसे हो गए थे कि बॉर्डर पर तैनात सैनिक आधे अधूरे सामान के साथ संघर्ष कर रहे थे। तब भी हमारे जवानों ने अदभुत साहस दिखाते हुए शक्तिशाली चीन को एक महीने तक संघर्ष करने के लिए मजबूर कर दिया। देश जवानों के लिए एकजुट हो गया था। इस बीच प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी आगे आते हुए युद्ध की विभिषिका झेल रहे देश के लिए अपने सभी गहने दान कर दिए। उनके ऐसा करने से जनता के बीच एक बड़ा संदेश गया। तब लोग देश के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार दिखाई दिए। लोगों ने बढ़ चढ़कर मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए और देखते ही देखते एक मुहिम सी चल पड़ी। पूरे देश से महिलाओं और पुरुषों ने राष्ट्रीय रक्षा कोष (एनडीएफ) को दान दिया, यह संस्था राष्ट्रीय रक्षा प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए प्राप्त नकद और अन्य प्रकार के स्वैच्छिक दान का प्रभार लेने और उनके बारे में निर्णय लेने के लिए उसी वर्ष स्थापित की गई थी। अनुमान है कि एनडीएफ को लोगों से नकद और वस्तु के रूप में कुल 22 करोड़ रुपये का दान मिला। दुर्भाग्य से दान के बावजूद, भारत युद्ध में जीत हासिल करने में असमर्थ रहा।

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