सार्वजनिक विमर्श की गरिमा गिराने के लिए माफी मांगे भाजपा: कांग्रेस
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बार-बार अपशब्द कहने और भाजपा पर ‘अशिष्ट बयानों की जननी’ होने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने मांग की कि सार्वजनिक विमर्श की गरिमा को गिराने के लिए सत्तारूढ़ दल को माफी मांगनी चाहिए।
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बार-बार अपशब्द कहने और भाजपा पर ‘अशिष्ट बयानों की जननी’ होने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने मांग की कि सार्वजनिक विमर्श की गरिमा को गिराने के लिए सत्तारूढ़ दल को माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने साथ ही यह भी कहा कि बहरहाल, उन्हें यह उम्मीद नहीं है कि भाजपा माफी मांगेगी क्योंकि उसने विगत में ऐसा कभी नहीं किया।सिंघवी का यह हमला भाजपा नेताओं के विवादास्पद बयानों की पृष्ठभूमि में है। इस कड़ी में भाजपा सांसद परेश रावल ने भी एक विवादास्पद ट्वीट कर बाद में उसे वापस ले लिया।
सिंघवी ने कहा, ‘‘भाजपा अशिष्ट, अशोभनीय, अपमानजनक बयानों की जननी है। निरंतर आपत्तिजनक बयानबाजी करने वाली भाजपा ने आज तक अपनी किसी भी अभद्र टिप्पणी के लिएमाफी नहीं मांगी है। ’’कांग्रेस प्रवक्ता ने अपनी बात के समर्थन में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पूर्व में दिये गये कथित अपमानजनक बयानों का हवाला दिया जिसमें उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ‘‘नाइट वाचमैन’’, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को ‘‘जर्सी गाय’’ तथा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को ‘‘संकर बछड़ा’’ बताया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को ‘‘दीमक’’ करार दिया था।
सिंघवी ने कहा, प्रधानमंत्री इन अपशब्दों का प्रयोग करते हैं और उनके मंत्री गण इस पर ताली बजाते हैं। क्या यही राजनीतिक शुचिता का पर्यायवाची है? क्या यही स्वच्छ अभियान है राजनीतिक शुचिता का। क्याभाजपा को इस पर माफी नहीं मांगनी चाहिए? ’’उन्होंने इसी सिलसिले में परेश रावल एवं भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष नित्यानंद राय द्वारा दिये बयानों का भी हवाला दिया। प्रधानमंत्री की पृष्ठभूमि को लेकर युवा कांग्रेस से जुड़े ट्विटर हैंडल की एक विवादास्पद मीम के जवाब में रावल ने कल ट्वीट कर कहा था, ‘‘चायवाला आपके बारवाला से सदा ही बेहतर है।’’
राय ने कहा था कि जो भी हाथ या अंगुली प्रधानमंत्री की ओर उठेगी उसे काट दिया जाएगा। बहरहाल, बाद में रावल और राय ने अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांग ली थी। सिंघवी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री एवं भाजपा ‘सीरियल एब्यूजर (बार बार अपशब्द कहने वाले) हैं।'' उन्होंने इस बात पर बल दिया कि कांग्रेस ने सार्वजनिक विमर्श की मर्यादा को हमेशा बरकरार रखा है और उसके एवं भाजपा के बीच भारी अंतर है। उन्होंने उदाहरण दिया कि कैसे मीम विवाद में कांग्रेस ने माफी मांग ली।
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