कर्नाटक में अब पाठ्यपुस्तक विवाद को लेकर गर्मायी सियासत, गांधी प्रतिमा के सामने कांग्रेस का धरना प्रदर्शन

Gandhi statue
प्रतिरूप फोटो
ANI Image

कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि पाठ्यपुस्तक को रोहित चक्रतीर्थ (पाठ्यपुस्तक संशोधन समिति के प्रमुख) द्वारा संशोधित किया गया है, जो एक रूढ़िवादी आरएसएस व्यक्ति है। मुझे उम्मीद है कि सरकार इसे संशोधित करने पर विचार करेगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम सड़कों पर उतरेंगे।

बेंगलुरू। कर्नाटक में पाठ्यपुस्तक विवाद को लेकर सियासत गर्मा गयी है। कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने पाठ्य पुस्तकों में संशोधन के मुद्दे को लेकर कर्नाटक सरकार के खिलाफ गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। दरअसल, कांग्रेस ने प्रदेश की पाठ्यपुस्तकों में बसवेश्वर समेत अन्य ऐतिहासिक और प्रख्यात साहित्यकारों के कार्यों को हटाने या उसमें बदलाव कर उनका अपमान करने का आरोप लगाया है। 

इसे भी पढ़ें: बेंगलुरु में पकड़ा गया हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकवादी, जुमे की नमाज के दौरान देता था धार्मिक उपदेश 

कांग्रेस ने दी चेतावनी

इसी बीच सिद्धारमैया ने सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि पाठ्यपुस्तक को रोहित चक्रतीर्थ (पाठ्यपुस्तक संशोधन समिति के प्रमुख) द्वारा संशोधित किया गया है, जो एक रूढ़िवादी आरएसएस व्यक्ति है। मुझे उम्मीद है कि सरकार इसे संशोधित करने पर विचार करेगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम सड़कों पर उतरेंगे। 

इसे भी पढ़ें: कर्नाटक की सियासी लड़ाई 'अंडरवियर' पर आई, सिद्धारमैया ने ऐसा क्या बोला कि RSS कार्यकर्ताओं ने भेज दिया 'चड्डी' से भरा बॉक्स 

इससे पहले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा था कि पाठ्यपुस्तकों में किए जा रहे बदलाव का विरोध करने वाले लोगों के समर्थन में हमारे विधायक और सांसद गांधी प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन देंगे। पाठ्यपुस्तकों की सामग्री हमारे ऐतिहासिक नायकों का अपमान है। हालांकि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने स्पष्ट कर दिया था कि सरकार हेडगेवार पर अध्याय को पाठ्यपुस्तकों से नहीं हटाएगी।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़