गोवा को कोयला आयात का केंद्र नहीं बनने देगी कांग्रेस: राहुल गांधी

Rahul Gandhi

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा, ‘‘आज मैं मछुआरों से मिला, उन्होंने मुझे बताया कि रेलवे लाइन का दोहरीकरण किया जा रहा है, बंदरगाह के माध्यम से कोयले का आयात बढ़ा है और गोवा ‘कोल हब’ में बदल रहा है। हम गोवा को ‘कोल हब’ नहीं बनने देंगे।’’

पणजी| कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी अगले साल गोवा में होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्ता में आई तो राज्य को कोयला आयात का केंद्र नहीं बनने देगी।

गांधी ने पणजी के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य में मोरमुगाओ बंदरगाह के जरिए कोयले के आयात में वृद्धि और इससे जुड़ी रेलवे लाइन का दोहरीकरण कार्य एक खास कारोबारी की मदद के लिए किया गया।

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कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तहत एक के बाद विभिन्न क्षेत्रों पर पांच से छह उद्योगपतियों का एकाधिकार हो गया है। गांधी ने कहा, ‘‘आज मैं मछुआरों से मिला, उन्होंने मुझे बताया कि रेलवे लाइन का दोहरीकरण किया जा रहा है, बंदरगाह के माध्यम से कोयले का आयात बढ़ा है और गोवा ‘कोल हब’ में बदल रहा है। हम गोवा को ‘कोल हब’ नहीं बनने देंगे।’’

कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने राज्य में लौह अयस्क खनन उद्योग बंद होने से प्रभावित लोगों से भी मुलाकात की। गांधी ने बिना किसी का नाम लिए कहा, ‘‘खनन बंद होने से लाखों लोगों को नुकसान उठाना पड़ा और उन्होंने (लोगों ने) कहा कि खदानें उन व्यक्तियों के पास जाएंगी जिन्हें दिल्ली चाहता है। खदानें उसी व्यक्ति के पास जाएंगी।’’

गांधी ने आश्वासन दिया कि सत्ता में आने पर कांग्रेस कानूनी तरीके से गोवा में खनन गतिविधियों को फिर से शुरू करेगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने सवाल किया, ‘‘अडानी के लिए हवाई अड्डा है, अडानी के लिए बंदरगाह है और गोवा का खनन क्षेत्र भी अडानी के लिए है। आपके लिए क्या हो रहा है?’’

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री का ‘अच्छे दिन’ का नारा आम लोगों के लिए नहीं बल्कि ‘अडानी और अंबानी’ के लिए था। गांधी ने कहा, ‘‘आपको याद होगा, कुछ साल पहले प्रधानमंत्री टेलीविजन पर आए थे और उन्होंने जो किया था उसे अब नोटबंदी कहा जाता है। उन्होंने हजार रुपये के नोट को चलन से बाहर कर दिया।’’ गांधी ने आरोप लगाया कि इसका उद्देश्य कुछ कारोबारी घराने की मदद करना था। कांग्रेस नेता ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), कृषि कानून लाने की शुरुआत अचानक हुई घटना नहीं थी।

गांधी ने दावा किया, ‘‘योजना असंगठित क्षेत्र, छोटे और मध्यम व्यवसायों पर हमला करने, छोटे व्यापारियों, श्रमिकों पर हमला करने और किसानों पर प्रहार करने की है। यह उनसे लेने के लिए और देश के सबसे अमीर, सबसे शक्तिशाली लोगों को देने के लिए है।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘जिधर देखो उधर वही पांच-छह नाम मिल जाएंगे। बंदरगाहों, कोयला, हवाई अड्डों, कृषि, खुदरा, दूरसंचार को देखें, आपको एक के बाद एक हर क्षेत्र में वही पांच या छह लोग मिलेंगे।’’ उन्होंने मीडिया पर देश की वास्तविकता को नहीं दिखाने का भी आरोप लगाया।

गांधी ने कहा, ‘‘चीनी हमारे देश में प्रवेश करते हैं, हजारों किलोमीटर जमीन पर कब्जा करते हैं, लगभग दिल्ली के आकार की जमीन पर कब्जा कर लिया जाता है। वे देश के अंदर बैठे हैं और प्रधानमंत्री कहते हैं कि किसी ने हमारी जमीन नहीं ली है।’’

सम्मेलन में मौजूद पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम के साथ अपनी चर्चा का जिक्र करते हुए गांधी ने कहा कि कांग्रेस गोवा में ‘एजुकेशन हब’, ‘हेल्थकेयर हब’ और पर्यटन विकसित करके स्थायी रोजगार मुहैया कराएगी।

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गांधी ने कहा, ‘‘हम यहां सिर्फ चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। हम यह परिभाषित करने के लिए एक लड़ाई लड़ रहे हैं कि गोवा क्या बनने जा रहा है, गोवा खुद के साथ कैसा व्यवहार करने जा रहा है और गोवा बाकी दुनिया के साथ कैसा व्यवहार करने जा रहा है। मैं चाहता हूं कि गोवा बाकी भारत को बताए कि गोवा एक साथ खड़ा हो सकता है और अपनी अद्भुत संस्कृति और पर्यावरण को बनाए रख सकता है और उसकी रक्षा कर सकता है तथा अभी भी जोश एवं उत्साह के साथ आगे बढ़ सकता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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