दिल्ली में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 29% के पार, केजरीवाल बोले- चिंता की कोई बात नहीं

arvind Kejriwal
अंकित सिंह । Jan 14 2022 1:04PM

दिल्ली में बढ़ते कोरोनावायरस के मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में आज कोविड के 25,000 से कम मामले आने की उम्मीद है। अस्पतालों में लोगों के भर्ती होने की संख्या स्थिर हो रही है। जितनी भी मृत्यु हुईं हैं उन में लोगों को पहले से कोई बिमारी रही थी। दिल्ली में अभी 13,000 से ज़्यादा बेड खाली हैं।

दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना संक्रमण के मामलों में होते बढ़ोतरी को देख आम लोग चिंतित हैं। इन सब के पीछे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से चिंता न करने की अपील की है। अपने बयान में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के मामले काफी बढ़ रहे हैं, पॉजिटिविटी रेट भी 29% के पार पहुंच गया है। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है, अस्पताल में भर्ती होने की संख्या और मौतें काफी कम हैं। लोगों को पैनिक करने की जरूरत नहीं है लेकिन ज़िम्मेदारी के साथ व्यवहार करना है।

आपको बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के साथ राजघाट बस डिपो से 100 लो फ्लोर एसी सीएनजी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन बसों के शामिल होने के बाद दिल्ली में कुल लगभग 6900 से चल रही हैं। वहीं दिल्ली में बढ़ते कोरोनावायरस के मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में आज कोविड के 25,000 से कम मामले आने की उम्मीद है। अस्पतालों में लोगों के भर्ती होने की संख्या स्थिर हो रही है। जितनी भी मृत्यु हुईं हैं उन में लोगों को पहले से कोई बिमारी रही थी। दिल्ली में अभी 13,000 से ज़्यादा बेड खाली हैं।

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स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के सर्वाधिक 28,867 नए ममाले सामने आए थे, जबकि 31 और मरीजों की इससे मौत हो गई थी। वहीं, संक्रमण दर बढ़कर 29.21 प्रतिशत हो गई थी। इससे पहले, दिल्ली में 20 अप्रैल 2021 को सर्वाधिक 28,395 दैनिक मामले सामने आए थे। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, नौ जनवरी से 12 जनवरी के बीच जिन 97 लोगों की मौत संक्रमण से हुई, उनमें से 70 लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ था, जबकि 19 ने पहली खुराक ही ली थी। वहीं, आठ का पूर्ण टीकाकरण हो चुका था। जैन ने कहा, ‘‘ कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले 75 प्रतिशत मरीज ऐसे थे, जिन्होंने टीके नहीं लगवाए थे। टीकाकरण करना आवश्यक है। ऐसे भी कई मरीज थे, जो संक्रमण की चपेट में आने से पहले किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।’’ 

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