कोरोना महामारी से जूझ रहे भारत के लिए फ्रांस ने 28 टन चिकित्सीय आपूर्तियाँ भेजीं

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फ्रांस ने कोरोना वायरस के रिकॉर्ड मामलों से जूझ रहे देश के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के अपने मिशन के तहत रविवार को पहले चरण में उपयोग के लिए तैयार 28 टन चिकित्सीय आपूर्तियां भेजी हैं।

नयी दिल्ली। फ्रांस ने कोरोना वायरस के रिकॉर्ड मामलों से जूझ रहे देश के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के अपने मिशन के तहत रविवार को पहले चरण में उपयोग के लिए तैयार 28 टन चिकित्सीय आपूर्तियां भेजी हैं। फ्रांस के दूतावास ने कहा कि सभी आठ संयंत्र कई वर्षों तक चौबीसों घंटे 250 बिस्तर वाले एक अस्पताल को लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति कर सकते हैं और कहा कि ये संयंत्र आस-पास की हवा से चिकित्सीय ऑक्सीजन उत्पन्न करते हैं। फ्रांसीसी दूतावास ने रविवार को जारी एक बयान में कहा, “ ये ऑक्सीजन संयंत्र देश के आठ अस्पतालों को भेजे जाएंगे।

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भारती अधिकारियों द्वारा पता लगाई गई जरूरतों के आधार पर दिल्ली के छह, हरियाणा के एक और तेलंगाना के एक अस्पताल को ये संयंत्र दिए जाएंगे।” विशेष मालवाहन विमान ये आपूर्तियां फ्रांस से लेकर दिल्ली पहुंचा है। फ्रांस के राजदूत एमैनुएल लेनेन ने कहा कि फ्रांस से और आपूर्तियां जल्द आएंगी। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के खिलाफ इस जंग में दोनों देश साथ खड़े हैं। दूतावास ने कहा कि इन चिकित्सीय आपूर्तियों की कीमत 17 करोड़ रुपये से अधिक है। लेनेन ने कहा, “हम इस मुश्किल वक्त में भारत के साथ खड़े हैं, ठीक उसी तरह जैसे भारत हमेशा फ्रांस के साथ खड़ा रहा है। पिछले साल वसंत के मौसम में जब फ्रांस के अस्पताल कमियों से जूझ रहे थे तब भारत ने अहम चिकित्सीय दवाओं के निर्यात से जीवनरक्षक मदद भेजी थी।”

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उन्होंने कहा, “फ्रांस के लोग इस बात को भूले नहीं हैं। दरअसल, भारत वैश्विक महामारी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग में सबसे सामने खड़ा रहा है जिसमें जरूरतमंद देशों के साथ उसकी विशाल टीका उत्पादन क्षमता को साझा करना भी शामिल है।” फ्रांस की तरफ से भेजी गई आपूर्तियों में 28 वेंटिलेटर और 200 इलेक्ट्रिक सिरिंज पंप भी शामिल हैं जो आईसीयू की क्षमता बढ़ाने के लिए कई अस्पतालों को वितरित किए जाएंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि फ्रांस द्वारा दिया गया सहयोग दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी की गवाही देता है। इसके अलावा रविवार को बेल्जियम ने भी भारत को रेमडेसिविर की 9,000 शीशियां भेजी हैं। शनिवार रात अमेरिका ने भारत भेजे गए तीसरे विमान के जरिए 1,000 ऑक्सीजन सिलेंडर, रेगुलेटर और अन्य चिकित्सीय उपकरण भेजे थे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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