कश्मीर में कट्टरपंथ की राह पर गए युवाओं को मुख्यधारा में लाना होगा: सेना

De-radicalisation of youth must for peace in Kashmir, Army
[email protected] । Apr 21 2018 8:53AM

सेना के शीर्ष कमांडरों ने जम्मू कश्मीर में कट्टरपंथ की राह पर गए युवाओं को मुख्यधारा में लाने के लिए समन्वित रूख अपनाये जाने का समर्थन किया।

नयी दिल्ली। सेना के शीर्ष कमांडरों ने जम्मू कश्मीर में कट्टरपंथ की राह पर गए युवाओं को मुख्यधारा में लाने के लिए समन्वित रूख अपनाये जाने का समर्थन किया। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 16 अप्रैल से शुरू हुए छह दिवसीय सम्मेलन में कमांडरों ने चीन के साथ लगी सीमा पर हालात के साथ ही सीमित बजटीय आवंटन में बल के आधुनिकीकरण सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।

महानिदेशक (स्टॉफ ड्यूटी) लेफ्टिनेंट ए के शर्मा ने कहा कि कमांडरों ने कश्मीर घाटी में मौजूदा स्थिति पर भी चर्चा की और वहां पर तैनात सैन्य बलों के अभियानों को प्रभवित करने वाली गतिविधियों की भी समीक्षा की। शर्मा ने कहा कि कमांडरों का मानना है कि कट्टरपंथ के मार्ग पर गए युवाओं को मुख्यधारा में लाने के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए। हिंसा त्यागने तथा बंदूक की संस्कृति खत्म करने की दिशा में युवाओं को समझाने के लिए समन्वित रूख का समर्थन किया गया।

सैन्य कमांडर कल विशेष रूप से सैन्य अभियानों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे। चीन के साथ लगी तकरीबन 4000 किलोमीटर लंबी सीमा पर सेना की संपूर्ण संचालन तैयारियों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। शर्मा ने कहा कि सैन्य कमांडरों ने साइबर सुरक्षा और सैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा पर भी विचार-विमर्श किया।

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