ड्रोन सुरक्षा तकनीक के लिए पारस एयरोस्पेस और इजरायल की पैराज़ीरो में समझौता

Drone Production
प्रतिरूप फोटो

पारस एयरोस्पेस के मुख्य मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंकज अकुला ने कहा कि पैराज़ीरो की पैराशूट प्रणाली विभिन्न देशों में लोगों के उड़ान की सुरक्षा के लिए प्रमाणित हैं। केंद्र सरकार ने विभिन्न उद्योगों में ड्रोन उपयोग को बढ़ावा देने के लिए हाल में ड्रोन नियम 2021 जारी किये है।

तकनीक विकास कंपनी पारस एयरोस्पेस ने बुधवार को इज़राइल की ड्रोन सुरक्षा प्रणाली प्रदाता कंपनी पैराज़ीरो के साथ एक विशेष साझेदारी की घोषणा की। पारस एयरोस्पेस ने एक बयान में कहा कि ड्रोन की सुरक्षा संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दोनों कंपनियों ने हाथ मिलाया है।

कंपनी ने साथ ही देश में प्रमाणित ड्रोन पैराशूट पेश करने की भी घोषणा की, जो यात्री सुरक्षा के लिए कारों में एयरबैग प्रणाली के बराबर हैं तथा ड्रोन को नीचे जमीन पर गिरने से बचाते है। पारस एयरोस्पेस दरअसल पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजी लि. की सहायक कंपनी है और यूएवी सिस्टम के विकास, एकीकरण, निर्माण और प्रमाणन की विस्तृत श्रृंखला की पेशकश करती है।

वही इजरायल की पैराज़ीरो कंपनी स्वायत्त वाणिज्यिक ड्रोन सुरक्षा प्रणालियों के डिजाइन और निर्माण में माहिर है। कंपनी ने कहा कि वर्तमान में यह क्षेत्र आगे बढ़ रहा है, इसलिए हवाई क्षेत्र में ड्रोन की सुरक्षा और नीचे लोगों की सुरक्षा इस क्षेत्र के लिए सबसे जरुरी है। केंद्र सरकार ने विभिन्न उद्योगों में उनके उपयोग को बढ़ावा देने के लिए हाल में ड्रोन नियम 2021 जारी किये है।

पारस एयरोस्पेस के मुख्य मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंकज अकुला ने कहा, ‘‘पैराज़ीरो की पैराशूट प्रणाली विभिन्न देशों में लोगों के उड़ान की सुरक्षा के लिए प्रमाणित हैं।’’

वहीं पैराज़ीरो के महाप्रबंधक बोअज़ शेट्ज़र ने कहा कि भारत ड्रोन-सक्षम प्रौद्योगिकी क्रांति के एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। इसके साथ ही पारस एयरोस्पेस के साथ हमारी साझेदारी हमें भारतीय बाजार में एएसटीएम-प्रमाणित ड्रोन सुरक्षा पैराशूट सिस्टम प्रदान करने में मदद करेगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


All the updates here:

अन्य न्यूज़