पहले डॉक्टरों का गिरोह, यूनिवर्सिटी और अब न्यूजपेपर 'Kashmir Times' पर छापेमारी, भारत के खिलाफ खतरनाक प्लानिंग करके बैठे थे आतंकी?

Kashmir Times
ANI
रेनू तिवारी । Nov 20 2025 11:52AM

जम्मू कश्मीर पुलिस की राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने देश के खिलाफ गतिविधियों को कथित तौर पर बढ़ावा देने के आरोप में बृहस्पतिवार को यहां ‘कश्मीर टाइम्स’ के कार्यालय पर छापा मारा। एक अधिकारी ने बताया कि अखबार के खिलाफ ‘‘देश के हितों के प्रतिकूल गतिविधियों का महिमामंडन’’ करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।

जम्मू कश्मीर पुलिस की राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने देश के खिलाफ गतिविधियों को कथित तौर पर बढ़ावा देने के आरोप में बृहस्पतिवार को यहां ‘कश्मीर टाइम्स’ के कार्यालय पर छापा मारा। एक अधिकारी ने बताया कि अखबार के खिलाफ ‘‘देश के हितों के प्रतिकूल गतिविधियों का महिमामंडन’’ करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि एसआईए के अधिकारियों ने अखबार के परिसरों और कंप्यूटरों की गहन जांच की। प्रकाशन और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उनसे पूछताछ किए जाने की संभावना है।

अधिकारियों का कहना है कि हाल ही में अखबार के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी, जिसके बाद यह छापेमारी की गई। मामले की अभी जांच चल रही है। यह पहली बार नहीं है जब यह पब्लिकेशन जांच के दायरे में आया है। इससे पहले, "एंटी-नेशनल कंटेंट" पब्लिश करने के आरोपों पर इसके ऑफिस पर रेड मारी गई थी। 

श्रीनगर के रेजीडेंसी रोड पर प्रेस एन्क्लेव में स्थित कार्यालय को कथित तौर पर 2020 में कुछ समय के लिए सील कर दिया गया था, और पिछले कुछ महीनों से अखबार चलन में नहीं था। 

दिल्ली लाल किला कार ब्लास्ट की जांच तेज

दिल्ली लाल किला कार ब्लास्ट की जांच तेज हो गई है, सिक्योरिटी फोर्स ने फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में टेरर लिंक का पता लगाने के लिए रेड मारी है। अल फलाह यूनिवर्सिटी NIA की जांच के दायरे में तब आई जब दिल्ली ब्लास्ट के मास्टरमाइंड डॉ. उमर उन नबी और एक और टेररिस्ट साथी, डॉ. मुजम्मिल शकील - जिसके फरीदाबाद वाले कमरे से रेड में 360 kg से ज़्यादा एक्सप्लोसिव मिले थे - के यूनिवर्सिटी में काम करने का पता चला।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनिवर्सिटी के फाउंडर और चांसलर के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। मध्य प्रदेश में उनका घर तीन दिन के अंदर गिराया जाएगा। यूनिवर्सिटी एक्रेडिटेशन फ्रॉड को लेकर एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) की जांच का भी सामना कर रही है। ED ने कहा कि यूनिवर्सिटी और उसके ट्रस्ट ने गलत तरीकों से 415.10 करोड़ रुपये कमाए, जिसमें स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को झूठे एक्रेडिटेशन और रिकग्निशन क्लेम के आधार पर फीस देने के लिए गुमराह करना शामिल है। 

News Source- PTI Information 

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