DRDO ने बारूदी सुरंगों का पता लगाने के लिए ट्रॉल प्रणाली का परीक्षण किया

DRDO tested the trolley system to detect landmines
[email protected] । Sep 16 2017 12:41PM

यह बारूदी सुरंग के बीच से सैन्य टुकड़ियों को ले जाने का सुरक्षित रास्ता बनाने में भी मदद करेगी। डीआरडीओ ने एक बयान में कहा कि इन उपकरणों में ट्रॉल रोलर और इलेक्ट्रानिक मैगनेटिक डिवाइस सहित अन्य उपकरण शामिल हैं।

नयी दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कहा कि इसने ‘ट्रॉल’ प्रणाली का परीक्षण किया है, जो जंग के मैदान में बारूदी सुरंगों का पता लगाएगी। बारूदी सुरंग का पता लगाने के लिए स्वदेश विकसित इस प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा। 

यह बारूदी सुरंग के बीच से सैन्य टुकड़ियों को ले जाने का सुरक्षित रास्ता बनाने में भी मदद करेगी। डीआरडीओ ने एक बयान में कहा कि इन उपकरणों में ट्रॉल रोलर और इलेक्ट्रानिक मैगनेटिक डिवाइस सहित अन्य उपकरण शामिल हैं। 

 

बारूदी सुरंग रोधी प्रणाली उन सभी तरह के बारूदी सुरंगों का पता लगा लेगी जिनकी चपेट में टैंक आ जाया करते हैं। थल सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए ट्रॉल प्रणाली विकसित की गई है। हाल ही में इसका सफल परीक्षण किया गया। बयान में कहा गया है कि ट्रॉल प्रणाली का विकास अपने आखिरी चरण में है।

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