ईडी ने कर्नाटक के पूर्व अधिकारी की 25 करोड़ की संपत्ति कुर्क की
प्रवर्तन निदेशालय ने नोटबंदी के बाद दर्ज मनी लांड्रिंग जांच में तीन बड़े कृषि भूखंड और फार्म हाउस समेत 25 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है।
बेंगलुरू। प्रवर्तन निदेशालय ने नोटबंदी के बाद दर्ज मनी लांड्रिंग जांच में तीन बड़े कृषि भूखंड और फार्म हाउस समेत 25 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। ये संपत्ति कथित तौर पर कर्नाटक के राजमार्ग विकास विभाग के पूर्व मुख्य परियोजना अधिकारी एससी जयचंद्र की थी। मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत पिछले साल दिसंबर में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुसार उसकी जांच से पता चला है कि आरोपी (जयचंद्र) ने अपने नाम पर, अपनी पत्नी और अपने करीबी रिश्तेदारों के नाम पर संपत्ति अर्जित की। निदेशालय के अनुसार इन सभी लोगों ने जयचंद्रा को संपत्ति हासिल करने और उसे अपने पास रखने में सक्रियता से सहायता की। जब्त संपत्ति में करीब 13 रिहायशी संपत्ति, तीन कृषि भूखंड और फार्म हाउस शामिल हैं। ये संपत्ति बेंगलुरू के समीप और चित्रदुर्ग जिले में स्थित हैं। इन संपत्ति का बाजार मूल्य 25 करोड़ रुपये से कहीं अधिक है। यह मामला एक दिसंबर 2016 को उस समय सामने आया जब आयकर विभाग ने 2,000 रुपये के नये नोट में 5.7 करोड़ रुपये जब्त किये।
ईडी ने मामले में सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर जयचंद्रा समेत सात लोगों के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामला दर्ज किया था। 2,000 रुपये के नये नोट में 91.94 लाख रुपये जब्त किये गये थे। प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार इन लोगों ने पुराने नोटों को नये नोटों में अवैध तरीके से बदलने के लिये नेटवर्क स्थापित किया था।
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