भारत की एकजुटता के प्रति फारूक अब्दुल्ला सबसे ज्यादा समर्पित कश्मीरी नेता: चिदंबरम
जम्मू-कश्मीर के प्रशासन ने सोमवार को कहा कि अब्दुल्ला को पीएसए के तहत हिरासत में लिया गया है। पीएसए के तहत किसी भी व्यक्ति को बिना किसी मुकदमे के दो साल तक हिरासत में रखा जा सकता है।
नयी दिल्ली। आईएनएक्स मीडिया मामले में गिरफ्तार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत हिरासत में लिए जाने की निंदा करते हुए मंगलवार को कहा कि अब्दुल्ला भारत की एकजुटता के प्रति सबसे ज्यादा समर्पण रखने वाले कश्मीरी नेता हैं। तिहाड़ जेल में बंद पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम की तरफ से उनके परिवार ने उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह टिप्पणी पोस्ट की है।
I have asked my family to tweet on my behalf the following:
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) September 17, 2019
I condemn the detention of Shri Farooq Abdullah under PSA. There is no one in Kashmir more devoted to the idea of a united India of which J&K is an integral part than Shri Farooq Abdulla.
इसमें उन्होंने कहा, ‘‘मैं फारूक अब्दुल्ला को पीएसए के तहत हिरासत में लिए जाने की निंदा करता हूं। कश्मीर में कोई दूसरा ऐसा नेता नहीं है जो उस एकीकृत भारत को लेकर अब्दुल्ला से ज्यादा समर्पित हो जिसका जम्मू-कश्मीर अभिन्न हिस्सा है।’’ चिदंबरम ने दुनिया के कुछ हिस्सों में हुए विरोध प्रदर्शनों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘मैं मॉस्को, हांगकांग, फ्रांस, स्लोवाकिया, अल्जीरिया, म्यांमार रोमानिया और दूसरे जगहों पर आंदालनों के बारे में पढ़ता रहा हूं। यह संघर्ष आजादी के लिए है। स्लोवाकिया के एक नौजवान ने कहा- आजादी के लिए लड़ाई कभी खत्म नहीं होने वाली पक्रिया है।’’
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गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के प्रशासन ने सोमवार को कहा कि अब्दुल्ला को पीएसए के तहत हिरासत में लिया गया है। पीएसए के तहत किसी भी व्यक्ति को बिना किसी मुकदमे के दो साल तक हिरासत में रखा जा सकता है।
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