General VK Singh Birthday: जनरल वी.के सिंह आज मना रहे अपना 72वां जन्मदिन, ऐसा रहा उनका मिलिट्री करियर

General VK Singh Birthday
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जनरल वीके सिंह एक भारतीय राजनेता और भारतीय सेना में पूर्व चार सितारा हैं। आज यानी की 10 मई को वह अपना जन्मदिन मना रहे हैं। सैन्य करियर के दौरान जनरल वीके सिंह ने साल 2010 से 2012 तक 24वें सेनाध्यक्ष के तौर पर अपनी सेवा दी।

पुराने समय से ही भारत देश की भूमि वीर पुरुषों की जन्म भूमि रही है। देश में कई ऐसे वीर सपूत रहे हैं। जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना मातृ भूमि की रक्षा की है। ऐसे ही भारतीय सेना के एक रिटायर्ड अधिकारी जनरल विजय कुमार सिंह हैं। आज के दिन यानी की 10 मई को जनरल विजय कुमार सिंह का जन्म हुआ था। विजय कुमार सिंह के पिता और दादा भी इंडियन आर्मी में कर्नल थे। आइए जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...

जन्म और शिक्षा

हरियाणा के भिवानी जिले के बापोरा गांव में 10 मई 1951 में विजय कुमार सिंह का जन्म हुआ था। विजय कुमार अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी के सेना के अधिकारी थे। उनकी शुरूआती शिक्षा राजस्थान के बिड़ला पब्लिक स्कूल में हुई। इसके बाद विजय कुमार सिंह ने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज से आनर्स ग्रेजुएट, द यूनाइटेड स्टेट्‍स आर्मी इंफेंट्री स्कूल, फोर्ट बेंनिंग से किया। बता दें कि यह उनका रेंजर्स स्नातक कोर्स था। वर्तमान में वह केंद्रीय मंत्री परिषद और भारत के सड़क और परिवहन मंत्री हैं। 

मिलिट्री करियर

विजय कुमार सिंह ने कार्लीस्ल, पेंसिलवैनिया के आर्मी वार कॉलेज से भी पढ़ाई की। इस दौरान वह रैंजर्स कोर्स के कॉम्बैट ऑपरेशन्स में प्रथम आए थे। साल 1970 में राजपूत रेजीमेंट (काली चिंदी) की दूसरी बटालियन में कमीशन दिया गया था। जब इस कमांड को पाकिस्तान के साथ लगाया गया तो विजय कुमार सिंह ने इसी यूनिट को अपनी कमांड में रखा था। बता दें कि विजय कुमार सिंह को काउंटर इंसरजेंसी ऑपरेशन्स और हाई एल्टीट्यूड ऑपरेशन्स का काफी अनुभव था। बांग्लादेश युद्ध के दौरान विजय कुमार सिंह ने कार्रवाई में भाग लिया था। 

सेना प्रमुख के पहले कमांडो

काउंटर इंसरजेंसी फोर्स को कमांड करने के लिए वीके सिंह को अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया था। इसके बाद 31 मार्च 2010 को जनरल विजय को सेना प्रमुख बनाया गया था। बता दें कि वह सेना प्रमुख बनने वाले पहले कमांडो थे। हालांकि करियर के आखिरी दौर में उनके डेट ऑफ बर्थ को लेकर विवाद हुआ था। इस विवाद के कारण जनरल विजय सेना के पहले ऐसे पहले सेवारत अधिकारी बनें। जिन्होंने सरकार को कोर्ट में घसीट लिया था। 

वीके सिंह का नेतृत्व

राजपूत रेजीमेंट के कर्नल

भारत के राष्ट्रपति को माननीय सैन्यादेशवाहक

जीओसी-इन-सी पूर्वी कमान

ब्रिगेड ऑफ गार्डस के मानद कर्नल

जीओसी राष्ट्रीय राइफल्स फोर्स

कमांडर इन्फैंट्री ब्रिगेड

जीओसी खड्ग वाहिनी

सीओ 2 राजपूत

जन्मतिथि को लेकर हुआ विवाद

साल 1965 में नेशनल डिफेंस अकादमी में प्रवेश के दौरान वीके सिंह की डेट ऑफ बर्थ गलत दर्ज हो गई थी। जिसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। लेकिन साल 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप करने से इंकार कर दिया। जिसके बाद उन्होंने अपनी याचिका वापस ले ली थी। दरअसल, कोर्ट का कहना था कि जनरल वीके सिंह सिंह की वास्तविक डेट ऑफ बर्थ को लेकर कोई विवाद नहीं है। असल में यह विवाद डेट ऑफ बर्थ दर्ज किए जाने को लेकर है। कोर्ट ने यह भी कहा कि जनरल विजय ने गलत रिकॉर्ड की गई डेट ऑफ बर्थ को प्रमोशन के दौरान तीन बार स्वीकार किया। ऐसे में उनको यह मामला पहले उठाना चाहिए था। 

सम्मान और रिटायरमेंट

जनरल विजय कुमार सिंह को उनके सेवा काल के दौरान परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट मेडल और युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित किया गया। 31 मई, 2012 को जनरल विजय सेना प्रमुख के पद से रिटायर हो गए। बता दें कि वीके सिंह का सेना प्रमुख के तौर पर उनका कार्यकाल करीब 26 महीनों का रहा। जिसके बाद उनको जनरल बिक्रम सिंह को नया सेना प्रमुख बनाया गया।

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