मैं रहूं या ना रहूं एक दिन हिजाब पहनी बच्ची बनेगी प्रधानमंत्री, AIMIM सांसद ओवैसी का ट्वीट

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निधि अविनाश । Feb 13 2022 11:46AM

अपने इस वीडियो में औवेसी को कहते सुना जा सकता है कि, हिजाब पहनकर महिलाएं कॉलेज जाएंगी, जिला कलेक्टर, मजिस्ट्रेट, डॉक्टर, व्यवसायी वगैरह बनेंगी। दर्शकों को संबोधित करते हुए, ओवैसी को वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है,'मैं जिंदा रहूं या ना रहूं देखना, लेकिन मेरे शब्दों पर ध्यान दें, एक दिन हिजाब पहनने वाली लड़की प्रधानमंत्री होगी।'

कर्नाटक हिजाब विवाद के बीच रविवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हिजाब पहनने वाली लड़की एक दिन भारत की प्रधानमंत्री होगी। औवेसी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो पोस्‍ट किया है जिसमें वह हिजाब मामले को लेकर बयान दे रहे है। उनका यह बयान कर्नाटक हिजाब विवाद के बाद आया है, जब मुस्लिम छात्रों के एक समूह को हिजाब पहनने के कारण उनके कॉलेज में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। अपने इस वीडियो में औवेसी को कहते सुना जा सकता है कि, हिजाब पहनकर महिलाएं कॉलेज जाएंगी, जिला कलेक्टर, मजिस्ट्रेट, डॉक्टर, व्यवसायी वगैरह बनेंगी। दर्शकों को संबोधित करते हुए, ओवैसी को वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है, "मैं जिंदा रहूं या ना रहूं देखना, लेकिन मेरे शब्दों पर ध्यान दें, एक दिन हिजाब पहनने वाली लड़की प्रधानमंत्री होगी।"उन्होंने कहा, "अगर हमारी बेटियां फैसला करती हैं और अपने माता-पिता से कहती हैं कि वे हिजाब पहनना चाहती हैं, तो उनके माता-पिता उनका समर्थन करेंगे। देखते हैं कि उन्हें कौन रोक सकता है!

बता दें कि, इससे पहले भी  औवेसी हिजाब से समर्थन में कई बार अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। उन्होंने इससे पहले कहा था कि, भारत का संविधान अधिकार देता है कि आप चादर ओढ़ें, नकाब पहनें या हिजाब पहनें। पुट्टास्‍वामी के फैसले का हवाला देते हुए औवेसी ने कहा था कि, पुट्टास्‍वामी का फैसला आपको इस बात की इजाजत देता है।

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कर्नाटक में हिजाब विवाद

कर्नाटक हिजाब विवाद तब शुरू हुआ जब युवा मुस्लिम छात्रों के एक समूह को हिजाब पहनने के कारण उडुपी जिले में अपने कॉलेज में प्रवेश नहीं करने दिया गया। यह मुद्दा पूरे राज्य में फैल गया क्योंकि अधिक कॉलेजों और स्कूलों ने इसी तरह के फरमान जारी किए। छात्रों के विरोधी समूहों ने शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने के अधिकार के खिलाफ और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। मुस्लिम लड़कियों का विरोध करने वालों ने भगवा स्कार्फ पहन रखा था।

इस मुद्दे पर राष्ट्रीय राजनीतिक दलों द्वारा एक-दूसरे पर हमला करने के साथ विवाद और बढ़ गया। विरोध अब देश के विभिन्न हिस्सों में फैल गया है और मामला वर्तमान में उच्च न्यायालय में है।

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