प्रशासनिक उदासीनता से लोकहित में आम-जन की आस्था हुई आहत
शैलेन्द्र कुमार मिश्र ने शासकीय प्रशासकीय तंत्र की उदासीनता पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मंडलायुक्त गोरखपुर के कार्यालय पर चल रहे क्रमिक धरने के 77 वें दिन बेखबर लोक सेवक व शासक मृत प्राय प्रतीत हो रहे हैं।
गोरखपुर। तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेन्द्र कुमार मिश्र ने, जीडीए गोरखपुर में व्याप्त भ्रष्टाचार के परिणाम स्वरूप सीएम सिटी में अवैध निर्माण वह अवैध संचालन के चल रहे कुटीर उद्योग पर, शासकीय प्रशासकीय तंत्र की उदासीनता पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, अध्यक्ष विकास प्राधिकरण एवं मंडलायुक्त गोरखपुर के कार्यालय पर चल रहे क्रमिक धरने के 77 वें दिन बेखबर लोक सेवक व शासक मृत प्राय प्रतीत हो रहे हैं। अन्यथा 77 दिन जनहित के मुद्दों पर मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को उपेक्षा का शिकार नहीं होना पड़ता।
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उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि शासकीय- प्रशासकीय तंत्र की बेशर्म कार्यशैली समाज में सामाजिक कार्यकर्ताओं की चेतना पर कुठाराघात है। यदि समय रहते इस प्रवृत्ति पर अंकुश नहीं लगाया गया तो, लोकतांत्रिक प्रक्रिया व जनहित के कार्यों में आम जनता की आस्था आहत होगी और धीरे-धीरे लोकतांत्रिक व्यवस्था अपने मूल स्वरूप से विरत हो जाएगा। उन्होंने कहा कि लोकसेवक शासक का रूप धारण कर आमजन को अपने क्रूर व निष्ठुर कार्यशैली के कोप भाजन का शिकार बनाने लगेंगे जो अंग्रेजी दास्तां को बयां करेगा। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के संरक्षक डा. पी.एन. भट्ट, संस्थापक महासचिव शैलेन्द्र कुमार मिश्र, अधिवक्ता गिरिजेश शुक्ला सहित आदि लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे।
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