Karnata Election: हिजाब, हलाल और अजान... कर्नाटक चुनाव में सांप्रदायिक मुद्दों पर खामोश हुईं राजनीतिक पार्टियां
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कर्नाटक विधानसभा चुनाव से राज्य में हिजाब, अजान, हलाल, मीट न खाने और लव जिहाद जैसे मुद्दे खूब उठे थे। वहीं अब जब चुनाव प्रचार करने के लिए राजनीतिक पार्टियां चुनावी मैदान में हैं तो यह सारे मुद्दे शांत हैं।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव धीरे-धीरे अपने चरम पर पहुंच रहा है। हालांकि पार्टियों की साम्प्रदायिक बयानबाजी भी स्पष्ट रूप से थम गई है। बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस कर्नाटक की प्रमुख पार्टियां हैं। जाति समूहों तक अपनी पकड़ मजबूत बनाने के अलावा भ्रष्टाचार और विकास जैसे मुद्दों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। इस दौरान हिजाब, अजान और हलाला जैसे ध्रुवीकरण वाले मुद्दे पीछे छूट गए हैं। कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होने हैं।
चुनाव के दौरान कयास लगाए जा रहे थे कि हिजाब, हलाल, जिहाद जैसे मुद्दों को उठाया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं देखने को मिला। इन सब में बीजेपी बसे हटकर अब अलग लाइन पर चल रही है। बीजेपी कर्नाटक महासचिव एन रविकुमार के अनुसार, कुछ वर्गों की चिंताओं के लिए हलाल और हिजाब जैसे मुद्दों पर सार्वजनिक चर्चा एक सामाजिक प्रतिक्रिया थी। जागरुकता फैलाने के लिए सामाजिक प्रक्रिया के जरिए इसे संबोधित किया जाना चाहिए। हालांकि इस बार चुनाव पूरी तरह से अलग मुद्दों पर लड़ा जा रहा है।
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लिंगायत वोटर्स
रविकुमार ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि लिंगायत नेताओं के साथ व्यवहार के दौरान कांग्रेस एकदम पाखंडी हो जाती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लिंगायत नेताओं का अपमान किया है। वहीं अब पार्टी खुद को लिंगायत समर्थक के तौर पर पेश कर करने का प्रयास कर रही है। क्योंकि लिंगायत समुदाय के कुछ नेता बीजेपी से अलग हो गए हैं।
मुस्लिम आरक्षण
कांग्रेस द्वारा सांप्रदायिक मुद्दों पर पलटवार नहीं किया जा रहा है। कांग्रेस के इस फैसले से भाजपा का रुख बदल गया है। ऐसे में कर्नाटक क्षेत्र में भाजपा ने चुनाव अभियान के अंतिम चरण के लिए एक रणनीति के तहत काम करने का फैसला लिया है। रविकुमार ने कहा कि बीजेपी की डबल इंजन सरकार विकास के कार्यों और उससे मिले लाभ पर लोगों का ध्यान केंद्रित करने का काम कर रही है। इसके अलावा राज्य की बोम्मई सरकार द्वारा लागू किए गए आरक्षण स्ट्रक्चर का भी मुद्दा है। जिसे भाजपा उजागर करने की योजना बना रही है।
बीजेपी के जाल में नहीं फसेंगे
राज्य कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सलीम अहमद ने कहा कि भाजपा उन लोगों को सांप्रदायिक मुद्दे पर भड़काने का प्रयास कर रही है। लेकिन भाजपा के इस जाल में वह फंसने वाले नहीं है। वहीं जेडीएस ने भी सांप्रदायिक मुद्दों से भी दूरी बना कर चल रही है। बता दें कि कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर के आधार पर वोटरों का ध्यान आकर्षित करने का इरादा रख रही है।
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