हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रतिष्ठानों को बंद करने के कदम का बचाव किया

Himachal Pradesh CM
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सुक्खू ने कहा कि भाजपा की सरकार ने 590 से अधिक ऐसे प्रतिष्ठान बिना बजटीय प्रावधान के अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में स्थापित किए थे। सुक्खू ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसमें ठाकुर ने कांग्रेस सरकार के इस फैसले को अवैध करार दिया था।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पिछली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार के दौरान खोले गए कार्यालयों और संस्थानों को बंद करने के फैसले को रविवार को सही ठहराते हुए उसका बचाव किया। सुक्खू ने कहा कि भाजपा की सरकार ने 590 से अधिक ऐसे प्रतिष्ठान बिना बजटीय प्रावधान के अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में स्थापित किए थे। सुक्खू ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसमें ठाकुर ने कांग्रेस सरकार के इस फैसले को अवैध करार दिया था। हिमाचल प्रदेश में रविवार को जयराम ठाकुर को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया।

जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल ने बजट आवंटन और पदों के सृजन के साथ इन प्रतिष्ठानों को मंजूरी प्रदान की थी। सुक्खू ने ठाकुर के इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल के आखिरी छह महीनों में मतदाताओं को बेवकूफ बनाने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, राजस्व और अन्य संस्थानों को खोलने की होड़ लगाई थी। उन्होंने एक बयान में कहा कि इन सभी संस्थानों को कार्यात्मक बनाने के लिए 3,000 करोड़ रुपये की धन राशि की आवश्यकता है और कहा कि राज्य 75,000 करोड़ रुपये से अधिक के भारी वित्तीय ऋण में है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ऐसे संस्थानों को बंद करने का फैसला किया है और उनकी समीक्षा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि इन संस्थानों को व्यावहारिक पाया गया, तो इन्हें उचित बजट प्रावधान करके दोबारा खोला जाएगा। इससे पहले, भाजपा नेता जयराम ठाकुर ने राज्यपाल को सूचित किया कि वर्तमान कांग्रेस सरकार ने 574 संस्थानों को बंद कर दिया है, जिनमें बिजली सेवाओं से संबंधित कार्यालय, स्वास्थ्य संस्थान, आईटीआई राजस्व उपमंडल, पुलिस थाने और आयुर्वेदिक अस्पताल शामिल हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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